Vinesh Phogat Quits Wrestling: अयोग्‍य ठहराए जाने के बाद विनेश फोगाट ने लिया कुश्‍ती से संन्‍यास, लिखा- माफ करना मां, कुश्ती मेरे से जीत गई

विनेश ने खेल पंचाट में अपील करते हुए ओलंपिक का रजत पदक संयुक्त रूप से देने की अपील की थी. उनकी अपील पर आज फैसला आने की उम्मीद है.

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Vinesh Phogat Retirement: ओलंपिक में पहले शानदार प्रदर्शन और फिर फाइनल से पहले महज 100 ग्राम वजन अधिक होने के चलते अयोग्‍य ठहराई गई भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने संन्‍यास का ऐलान कर दिया.

उन्होंने मां को याद करते हुए एक भावुक पोस्‍ट में उन्‍होंने लिखा कि उनकी हिम्‍मत टूट चुकी है. समर्थन करने के लिए सबका आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे सबकी ऋणी रहेंगी.

इससे पहले पहलवान विनेश ने खेल पंचाट में अपील करते हुए ओलंपिक का सिल्‍वर मेडल, संयुक्त रूप से देने की अपील की, जिस पर आज फैसला आने की उम्मीद है.

विनेश फोगाट तीन कॉनवेल्‍थ गेम्‍स में गोल्‍ड मेडल, एक एशियन गेम्‍स में गोल्‍ड मेडल और दो वर्ल्‍ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्‍ज मेडल जीत चुकी हैं. 2021 में उन्‍हें एशियाई चैंपियन का भी खिताब मिल चुका है.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, भारतीय ओलंपिक संघ की चेयरपर्सन PT उषा समेत भारतीय खेल और राजनीतिक जगत की कई हस्तियों ने विनेश फोगाट को चैंपियन बताते हुए उनका हौसला बढ़ाया था.

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'मां, कुश्‍ती मेरे से जीत गई'

मां को याद करते हुए विनेश ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्‍ट लिखा. विनेश ने कहा, 'मां, कुश्‍ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई. माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्‍मत, सब टूट चुके.'

आगे उन्‍होंने लिखा, 'इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्‍ती 2001-2024.' अपने समर्थकों और प्रशंसकों समेत सभी का आभार जताते हुए उन्‍होंने लिखा, 'आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी.'

बता दें कि 29 वर्षीय विनेश फोगाट 5 वर्ष की आयु से ही कुश्‍ती खेल रही हैं. वो महान रेसलर महावीर फोगाट की भतीजी हैं.

विनेश हमेशा से 53 किग्रा वर्ग में रेसलिंग खेलती आ रही हैं, लेकिन पेरिस ओलंपिक के लिए इस वर्ग में अंतिम पंघाल ने अपना कोटा पक्‍का कर लिया था. ऐसे में विनेश ने 50 किलाेग्राम वर्ग में अपनी जगह बनाई और पेरिस ओलंपिक के लिए तैयार हुईं.

सिल्‍वर मेडल की अपील पर फैसला आज

भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने खेल पंचाट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट्स (CAS) में खुद को सिल्‍वर मेडल देने की अपील की है. बुधवार देर रात ये खबर आई. विनेश फोगाट ने पेरिस के स्थानीय समयानुसार शाम करीब 5.51 बजे ये अपील की, जिस पर आज फैसला आने की उम्‍मीद है.

यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के प्रेसिडेंट नेनाद लालोविक के साथ भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की प्रेसिडेंट PT उषा, भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रेसिडेंट संजय सिंह और IOA के CEO रघुराम अय्यर ने एक मीटिंग की, जिसमें फोगाट के लिए संभावनाओं पर चर्चा की.

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ओलंपिक में विनेश का शानदार सफर

विनेश का इस ओलंपिक में सफर शानदार रहा है. मंगलवार को उन्होंने सेमीफाइनल में क्यूबा की लोपेज गुजमान को 5-0 से हराया था और ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान बनीं थीं. सेमीफाइनल से पहले उन्होंने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की लिवाच उकसाना को 7-5 से हराया था. फाइनल में विनेश का मुकाबला अमेरिका की सारा एन हिल्डब्रांड से होना था.

100 ग्राम वजन ने तोड़ी गोल्‍ड की उम्‍मीद

मंगलवार को लगातार तीन मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाने वाली विनेश फोगाट 50 किलोग्राम वर्ग में खेल रही थीं. ऐसे में नियमों के मुताबिक खेल के दिन और उसके दूसरे दिन वजन 50 किलो या उससे कम ही होना चाहिए था. लेकिन फोगाट का वजन मंगलवार शाम को ज्‍यादा निकला. फाइनल मुकाबले वाले दिन बुधवार की सुबह वजन की जांच होनी थी.

विनेश और सपोर्ट टीम ने रातभर मेहनत और कोशिशें की, लेकिन डाइटिंग, बाल काटने और कपड़े कम करने के प्रयासों के बावजूद विनेश का वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया, जिसके चलते फाइनल मैच से पहले उन्‍हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया.

अंतिम पंघाल भी विवादों में

अंतिम पंघाल (Source: PTI)

पेरिस में में युवा पहलवान अंतिम पंघाल भी विवादों में आ गई हैं. पहले ही राउंड में हार चुकीं पंघाल पर आरोप है कि उन्‍होंने अपना निजी सामान लेने के लिए अपना कार्ड (ओलंपिक के लिए आधिकारिक मान्‍यता कार्ड) अपनी छोटी बहन को सौंप दिया. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्‍हें पकड़ लिया. ऐसे में फ्रांस के अधिकारियों ने अनुशासनात्‍मक उल्‍लंघन का आरोप लगाया और भारतीय ओलंपिक संघ ने संज्ञान लेते हुए, अंतिम, उनके सपोर्ट स्‍टाफ और अंतिम की बहन को भारत वापस भेजने का फैसला लिया है.

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