ऑपरेशन सिंदूर से डिफेंस सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों की चांदी हो गई है. सरकारी सूत्रों ने शुक्रवार सुबह NDTV को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के रक्षा बजट (Defence Budget) में 50,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को पेश किए गए 2025/26 के बजट में सशस्त्र बलों के लिए रिकॉर्ड 6.81 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किए थे. इस वर्ष का आवंटन 2024/25 के 6.22 लाख करोड़ रुपये से 9.2% की ग्रोथ हुई थी.
सूत्रों ने NDTV को बताया कि बढ़ा हुआ बजट- जिसके लिए संसद के शीतकालीन सत्र में मंजूरी मांगी जाएगी. रक्षा बजट में अतिरिक्त आवंटन जल्द ही किया जा सकता है. ये अतिरिक्त आवंटन सेनाओं की जरूरत, जरूरी खरीद और रिसर्च डेवलपमेंट के लिए किया जा सकता है. इस अतिरिक्त आवंटन को नए हथियारों और गोला-बारूद की खरीद, तकनीक पर खर्च किया जाना है.
2014 से ही नरेंद्र मोदी सरकार का ध्यान रक्षा पर रहा है. 2014/15 में BJP सरकार के पहले वर्ष में रक्षा मंत्रालय को 2.29 लाख करोड़ रुपए दिए गए थे. वर्तमान आवंटन सभी मंत्रालयों में सबसे अधिक है और कुल बजट का 13% है.
आतंकियों के ठिकानों को किया गया था तबाह
बता दें सेना ने 7 मई को पाकिस्तान में आतंकियों के 9 ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर यहां मौजूद सभी आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था. सेना की इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे. साथ ही बड़ी संख्या में आतंकी घायल भी हुए थे. सेना ने इस कार्रवाई के बाद ये साफ कर दिया था कि उन्होंने सिर्फ आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया था. इस ऑपरेशन के दौरान उन्होंने किसी भी सैन्य ठिकानों और रिहायशी इलाकों को टारगेट नहीं किया था.
12 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपने पहले भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों, जो आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देते हैं. उन्होंने उनको चेतावनी देते हुए कहा कि भारत अपने क्षेत्र और नागरिकों की रक्षा के लिए फिर से हमला करेगा और आतंकवाद पर दिल्ली का सिद्धांत हमेशा के लिए बदल गया है.
डिफेंस शेयरों में जोरदार तेजी
ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर अब तक डिफेंस कंपनियों का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ चुका है. सरकार अगर बजट बढ़ाती है, तो इसका सीधा फायदा इन कंपनियों को ही होगा.