देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार (Chief Economic Advisor, CEA) वी अनंत नागेश्वरन (V Anantha Nageswaran) का मानना है कि इस मॉनसून तक भारत की महंगाई 4% तक हो जाएगी. उन्होंने कहा, 'फिलहाल रिटेल महंगाई RBI की 4(+-2)% की रेंज में है और मॉनसून के दौरान के मिडप्वाइंट तक आ जाएगी'.
CEA नागेश्वरन ने ये बात बुधवार को नई दिल्ली में NCAER के एक कार्यक्रम में कहीं.
मार्च महीने में देश की रिटेल महंगाई घटकर 4.85% पर आ गई. बैंकिंग रेगुलेटर RBI ने रिटेल महंगाई के लिए 2% से 6% की टॉलरेंस रेंज रखी है.
नागेश्वरन ने कहा, 'निश्चित रूप से, इस पर काफी कुछ निर्भर करता है कि मॉनसून कैसा रहेगा. फिलहाल, मॉनसून के सामान्य से ज्यादा रहने का अनुमान जताया जा रहा है, लेकिन स्थानीय और अनिश्चित वितरण भी मायने रखता है'. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ला निना के चलते इस साल अच्छे मॉनसून का अनुमान जताया है.
नागेश्वरन ने कहा, 'FY24 के शुरुआती 3 तिमाही के चलते भारत की ग्रोथ रेट 8% से ज्यादा रही है. अगर आप इस रास्ते को देखें, ग्रोथ रेट 8% से ज्यादा होने का अनुमान काफी ज्यादा है'.
घरेलू इश्यू के चलते इस वित्त वर्ष में ग्रोथ रेट 7% से ज्यादा रह सकती है.
नागेश्वरन ने कहा, 'लोकल और प्रदेश सरकार के स्तर पर नियमों का अनुपालन, स्किल सुधारने पर निवेश के साथ फोकस, देश में युवाओं की बढ़ती आबादी के 7% की स्थिर ग्रोथ मिलने में मदद मिलेगी'. उन्होंने कहा, 'कानूनी मामलों पर हम जितना ज्यादा ध्यान देंगे, घरेलू इकोनॉमी को मजबूत बनाने में हमें उतनी ही मदद मिलेगी'.
IMF ने FY25 के लिए भारत की ग्रोथ रेट 6.8% का अनुमान जताया है. वहीं, RBI ने Q1 में 7%, Q2 में 7.2%, Q3 में 6.8% और Q4 में 6.9% ग्रोथ रेट का अनुमान जताया है.
अगर ये आंकड़े सच में भी आते हैं, तो FY22 से लगातार 4 साल तक इकोनॉमी की ग्रोथ 7% या उससे ज्यादा रहेगी.