SIM कार्ड के लिए नियम हुए सख्त! किसी भी गड़बड़ी के लिए डीलर जिम्मेदार, लगेगी 10 लाख रुपये की पेनल्टी

SIM डीलर्स को अपना बायोमेट्रिक और रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ पुलिस वेरिफिकेशन भी करवाना होगा

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देश में बढ़ते साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) को रोकने के लिए सरकार ने सिमकार्ड के नियमों को और सख्त कर दिया है. इस कड़ी में अब दो बड़े सुधार किए गए हैं.

नए नियम के मुताबिक अब सिम कार्ड डीलर्स के लिए पुलिस वेरिफिकेशन और बायोमेट्रिक करवाना अनिवार्य होगा, साथ ही बिना रजिस्ट्रेशन वो सिम कार्ड नहीं बेच सकेंगे. मतलब अब अगर गलत तरीके से सिम बेची जाती है, तो डीलर जवाबदेह होगा.

दूसरा सबसे बड़ा बदलावय ये है कि अब बल्क सिम कनेक्शन (Bulk SIM Connection) को बंद कर दिया गया है. इनकी जगह पर बिजनेस/कॉरपोरेट और बड़े ग्रुप्स के लिए बिजनेस कनेक्शन को लाया जाएगा. फिर ये सिम जिन लोगों को दिए जाएंगे, उनका KYC भी करवाया जाएगा.

केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि फर्जी सिम को बेचने के मामले में बड़ी संख्या में डीलर्स की भूमिका सामने आ रही थी, जो गलत या बिना पुख्ता जांच के दस्तावेजों पर सिम बेच देते हैं. नए सुधारों के बाद अगर गलत तरीके से सिम बेची गई, तो डीलर्स कानूनी कार्रवाई के लिए जिम्मेदार होंगे.

10 लाख रुपये की पेनल्टी

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जो भी डीलर्स नियमों का पालन नहीं करेंगे उन पर 10 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई जाएगी. उन्होंने बताया कि दूरसंचार शिकायत पोर्टल संचार साथी पर मिली शिकायतों के अनुसार, सरकार ने गलत पहचान पत्र दिखाकर धोखाधड़ी से हासिल किए गए 52 लाख लाख कनेक्शनों का भी पता लगाया और उन्हें निष्क्रिय कर दिया है. उन्होंने बताया कि लगभग 80% बल्क सिम कनेक्शन वास्तविक थे, लेकिन 20% लोगों ने इनका गलत इस्तेमाल किया.

'संचार साथी पोर्टल के बाद आई साइबर फ्रॉड में कमी'

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यूजर फोकस संचार साथी पोर्टल के आने के बाद से कई साइबर फ्रॉड पर लगाम लगाई गई है.

संचार साथी में उपलब्ध सुविधाओं से चोरी किए गए या गुम हुए करीब 3 लाख मोबाइल को खोजकर असली मालिकों के हवाले किया गया. एक साल बाद और बेहतर डेटा आएगा, जिससे साइबर फ्रॉड में बड़ा कंट्रोल दिखाई देगा.
अश्विनी वैष्णव

52 लाख कनेक्शन हुए बंद

प्रेस कॉन्फ्रेंस में साइबर फ्रॉड पर लगाम लगाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को गिनाते हुए वैष्णव ने कहा-

  • संचार साथी पोर्टल के आने के बाद फर्जी तरीके से लिए गए 52 लाख कनेक्शन बंद किए

  • 67,000 सिम डीलर्स को ब्लैकलिस्ट किया गया है. 300 FIR भी हुई हैं.

  • 17,000 हैंडसेट ब्लॉक किए, जिनकी चोरी की रिपोर्ट थी, या गलत तरीके से खरीदा गया

  • 66,000 व्हॉट्सऐप अकाउंट्स ब्लॉक किए, जिनसे फर्जी कॉल और मैसेज किए जाते थे.

  • 8 लाख पेमेंट वॉलेट अकाउंट्स को ब्लॉक किया है, जिसमें फर्जी ट्रांजैक्शन हुआ था.

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