बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया; जानिए क्‍यों अपनाई 'वेट एंड वॉच' की स्ट्रैटजी

जापान के केंद्रीय बैंक ने कहा है कि वैश्विक व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे जापान की इकोनॉमी और महंगाई दोनों पर असर पड़ सकता है.

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बैंक ऑफ जापान (BOJ) ने बुधवार को अपनी ब्याज दरों को 0.5% पर स्थिर रखने का फैसला किया है. बैंक फिलहाल वेट एंड वॉच की रणनीति के साथ ये देखना चाहता है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के प्रस्तावित टैरिफ (आयात शुल्क) बढ़ोतरी का जापान की निर्यात-आधारित अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा.

जापान के केंद्रीय बैंक ने कहा है कि ग्लोबल व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे जापान की अर्थव्यवस्था और महंगाई दोनों पर असर पड़ सकता है.

बैंक ऑफ जापान ने क्या कहा?

  • महंगाई में हल्की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है

  • अमेरिका, चीन की व्यापार नीतियां इकोनॉमी पर असर डाल सकती हैं

  • फॉरेक्स मार्केट में उतार-चढ़ाव से महंगाई पर ज्यादा असर पड़ने की आशंका है

  • इकोनॉमी में खर्च और आय के बीच 'सकारात्मक चक्र' (Virtuous Cycle) मजबूत हो रहा है

  • मजदूरी और कीमतों का ये साइकल आने वाले समय में महंगाई को स्थिर कर सकता है

  • FY25 में चावल की कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी रह सकती हैं

  • फाइनेंशियल मार्केट्स और फॉरेक्स मार्केट पर नजर रखने की जरूरत है

टैरिफ का असर

अमेरिका ने हाल ही में स्टील और एल्युमिनियम पर 25% का टैरिफ लागू किया है. इसके अलावा 2 अप्रैल से ऑटोमोबाइल और अन्य सामानों पर भी टैरिफ लगाने की योजना है. इससे दुनियाभर के बाजारों में चिंता बढ़ गई है कि कहीं अमेरिका में मंदी न आ जाए. ऐसे में जापान जैसी निर्यात-आधारित अर्थव्यवस्था को नुकसान हो सकता है.

जापान में क्या चल रहा है?

बड़ी जापानी कंपनियों ने लगातार तीसरे साल कर्मचारियों की सैलरी में अच्छा इजाफा किया है. इससे BOJ को उम्मीद है कि महंगाई 2% के लक्ष्य के आसपास बनी रह सकती है.

  • फरवरी में जापान के निर्यात में 11.4% की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन जनवरी में मशीनरी ऑर्डर (जो निवेश का संकेतक है) 3.5% गिर गए हैं.

  • OECD ने भी अनुमान लगाया है कि अमेरिका के टैरिफ बढ़ने की वजह से वैश्विक आर्थिक विकास दर 2024 के 3.2% से घटकर 2025 में 3.1% और 2026 में 3% रह सकती है.

BOJ ने इशारा किया है कि अगर इकोनॉमी और महंगाई अनुमान के मुताबिक रहती है, तो आने वाले महीनों में ब्याज दरें फिर से बढ़ाई जा सकती हैं. ब्लूमबर्ग सर्वे के मुताबिक, अर्थशास्त्री मानते हैं कि BOJ जुलाई में ब्याज दरें बढ़ा सकता है.

भारतीय बाजार पर असर

अमेरिका और जापान के टैरिफ और ब्याज दर से जुड़े फैसलों से ग्लोबल बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा. इसका असर भारतीय बाजार पर भी दिख सकता है, खासकर विदेशी निवेशकों के मूड पर. जापानी येन और डॉलर में हलचल का सीधा असर भारतीय रुपये पर पड़ सकता है, जिससे फॉरेक्स बाजार में वोलाटिलिटी देखी जा सकती है.

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