दक्षिण कोरिया की लेखिका हेन कांग को 2024 का 'साहित्य का नोबेल पुरस्कार' देने का ऐलान किया गया है. उन्हें ये पुरस्कार उनकी गद्य विधा के लिए मिला है, जिसमें अतीत के सदमों पर बात की गई है, साथ ही इंसानी जीवन की क्षणभंगुरता को भी उनकी रचनाएं सामने लाती हैं.
उनकी प्रसिद्ध किताबों में द वेजिटेरियन, द व्हाइट बुक, ह्यूमन एक्ट्स और ग्रीक लेसंस जैसी कृतियां शामिल हैं. इस पुरस्कार के तहत उन्हें स्वीडिश एकेडमी की तरफ से लगभग 1.1 मिलियन डॉल (लगभग 9 करोड़ रुपये) मिलेंगे.
हेन कांग को 'द वेजिटेरियन' उपन्यास के लिए 2016 में इंटरनेशनल बुकर प्राइज भी मिल चुका है.
1993 में शुरू हुआ था साहित्यिक सफर
हेन कांग का जन्म दक्षिण कोरिया के ग्वांगजू में 1970 में हुआ था. वे एक साहित्यिक परिवार से आती हैं, उनके पिता एक जाने माने उपन्यासकार रहे हैं. उन्होंने अपनी साहित्य की यात्रा 1993 में मुनहाक-ग्वा-सहोई की शीतकालीन पत्रिका में 5 कविताओं के प्रकाशन के साथ की थी. इसमें 'विंटर इन सियोल' भी शामिल है. अगले साल उन्होंने 'रेड एंकर' के लिए
उनका पहला शॉर्ट स्टोरी कलेक्शन Yeosu (मुंजी पब्लिशिंग कंपनी) 1995 में प्रकाशित हुआ. उन्होंने 1998 में आर्ट्स काउंसिल कोरिया की मदद से आयोवा यूनिवर्सिटी में 3 महीने के राइटिंग प्रोग्राम में हिस्सा भी लिया.
उनकी प्रमुख कृतियों में शॉर्ट स्टोरी कलेक्शन 'फ्रुट्स ऑफ माय वीमेन (2000), फायर सैलेमेंडर (2012) हैं, जबकि उन्होंने ब्लैक डियर (1998), योर कोल्ड हैंड्स (2002), द वेजिटेरियन (2007), ब्रीथ फाइटिंग (2010), ग्रीक लेसंस (2011), ह्यूमन एक्ट्स (2014), द व्हाइट बुक (2016) जैसे उपन्यास शामिल हैं. उनका कविताओं का एक संकलन 'I Put The Evening in the Drawer (2013)' भी प्रकाशित हुआ है.
इससे पहले 2023 में नॉर्वे के लेखक जॉन फॉसे को साहित्य का नोबेल मिला था.