Gold Rate Today: शादियों और त्योहारों का सीजन शुरू होने को है, ऐसे में अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको अपनी जेब थोड़ी ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है. क्योंकि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही बाजारों में सोना नई ऊंचाई पर पहुंच गया है.
घरेलू बाजार में सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर
सबसे पहले बात करते हैं घरेलू बाजार की. MCX पर सोना वायदा में लगातार चार ट्रेडिंग सेशन से तेजी देखने को मिल रही है. शुक्रवार को MCX पर सोने का दिसंबर वायदा खुलते ही 500 रुपये की तेजी के साथ 77,641 रुपये प्रति 10 ग्राम की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया. गुरुवार को भी सोना वायदा ने नया रिकॉर्ड हाई बनाया था और अंत में 77,107 रुपये पर बंद हुआ था. इस महीने सोना वायदा अबतक 2,600 रुपये प्रति 10 ग्राम से भी ज्यादा महंगा हो चुका है.
बुलियन मार्केट्स में क्या रेट हैं, ये जानने के लिए इंडियन बुलियन एंड ज्वेलरी एसोसिएशन (IBJA) के गुरुवार के रेट देखें, तो 24 कैरट गोल्ड का रेट 76,810 रुपये प्रति 10 ग्राम था. जबकि इस महीने की शुरुआत में यानी 1 अक्टूबर, 2024 को भाव 75,515 रुपये प्रति 10 ग्राम था. यानी इस महीने सोना अबतक 1,295 रुपये महंगा हो चुका है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना नई ऊंचाई पर
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने के दाम में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है. कॉमेक्स पर सोना 2,727.20 डॉलर/आउंस की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है. इस हफ्ते सोने की कीमतों में करीब 70 डॉलर की तेजी आ चुकी है.
सोने के भाव क्यों बढ़ रहे हैं?
भले ही अमेरिकी डॉलर मजबूत हो रहा है और ढाई महीने की ऊंचाई पर पहुंच गया है, लेकिन सोने की कीमतों पर दबाव बनाने में नाकाम रहा है, सोना नई ऊंचाई को छू रहा है, इसकी कई वजहें हैं. इसको एक-एक करके समझते हैं.
अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जोरों पर है, कुछ हफ्ते पहले तक जो चुनाव एकतरफा माना जा रहा था, कमला हैरिस के आने के बाद इसमेंं रोज नए ट्विस्ट आ रहे हैं, अब चुनाव 50:50 हो चुका है. ट्रंप को कमला हैरिस से कड़ी टक्कर मिल रही है, इस चुनावी अनिश्चतता ने सोने की कीमतों को सपोर्ट किया है. निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश मानकर इसकी तरफ खिंच रहे हैं.
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में लगातार कटौती कर रहा है, आगे भी उसने कटौती के संकेत दिए हैं. रेट कट से सोने की डिमांड बढ़ती है, जिससे इसकी कीमतों को सपोर्ट मिलता है.
ECB ने की दरों में कटौती: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अलावा यूरोपियन सेंट्रल बैंक भी लगातार रेट कट कर रहा है, ECB ने इस साल तीसरी बार दरों में कटौती की है. उसने कहा है कि यूरोजोन में महंगाई नियंत्रण में आ रही है. रेट कट से सोने की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है.
शादी, त्योहारों का सीजन: भारत में वैसे भी शादियों और त्योहारों के समय सोने की डिमांड बढ़ जाती है. लोग ज्वेलरी खरीदते हैं, सोना खरीदकर नए निवेश की शुरुआत करते हैं. जिससे सोने के दाम बढ़ते हैं.
जियोपॉलिटिकल तनाव: इजरायल और हमास के बीच तनाव बढ़ने से सोने में निवेशकों का रुझान बढ़ा है. इजरायल ने हमास के नए चीफ को मार दिया है, इससे भी मिडिल ईस्ट में संकट गहराने की आशंका बढ़ गई है. ट्रेडर्स गोल्ड को सुरक्षित निवेश मानकर चल रहे हैं.
US के अच्छे आर्थिक डेटा: अमेरिका में रिटेल बिक्री उम्मीद से ज्यादा मजबूत रही है. सितंबर में इसमें 0.4% की ग्रोथ हुई है. इससे पहले अगस्त में 0.1% ग्रोथ रही थी. एक अलग रिपोर्ट में दिखता है कि जॉबलेस क्लेम 19,000 की गिरावट के साथ पिछले हफ्ते 2,41,000 पर पहुंच गए. बढ़िया मैन्युफैक्चरिंग डेटा से भी कीमतों को सपोर्ट मिला है.