5 जुलाई को चांदी वायदा नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रही है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के मुताबिक चांदी वायदा ने 1,04,947 रुपये की नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है. इंडिया बुलियन एसोसिएशन के मुताबिक, कमोडिटी की हाजिर कीमतें इस सप्ताह की शुरुआत से ही 1 लाख रुपये के पार कारोबार कर रही हैं.
ब्लूमबर्ग आंकड़ों के मुताबिक, पिछला रिकॉर्ड उच्च स्तर इस साल 27 मार्च को पहुंचा था, जब कीमतें 1,01,313 रुपये/KG पर पहुंच गई थीं. 4 अप्रैल को आखिरी गिरावट के बाद से मेटल में तेजी का रुख देखा गया है.
IBA के अनुसार, कीमतें 87,620 रुपये/KG तक गिर गई थीं, जिसके बाद उनमें लगातार बढ़ोतरी देखी गई हैं.
रिन्यूएबल एनर्जी टेक्नोलॉजीज और इलेक्ट्रॉनिक्स में इसके महत्व के कारण चांदी की मजबूत औद्योगिक मांग में उछाल आया है. अमेरिका में, चांदी की कीमत 34.70 डॉलर प्रति औंस थी.
सिल्वर प्राइस एक्सपर्ट आउटलुक
चांदी की कीमतों में तेजी कमजोर अमेरिकी आर्थिक संकेतकों, बढ़ते जियोपॉलिटिकल तनाव, डॉलर में नरमी और इलेक्ट्रिक वाहनों और सोलर एनर्जी जैसे सेक्टर्स से इंडस्ट्रियल डिमांड के कॉम्बिनेशन से आई है.
केडिया एडवाइजरी के रिसर्च एनालिस्ट अमित गुप्ता ने कहा, 'आगे की राह बिना किसी बाधा के नहीं हो सकती. वैश्विक मौद्रिक नीति, अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों को लेकर जारी अनिश्चितताओं के कारण बाजार में अस्थिरता बनी रहने की उम्मीद है.'
गुप्ता ने कहा कि चांदी इस साल के अंत तक 1,30,000 रुपये/KG तक पहुंचने के लिए अच्छी स्थिति में है. लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि व्यापक आर्थिक डेवलपमेंट के बीच कीमतों में सुधार हो सकता है.