वैश्विक स्तर पर बढ़ती अनिश्चचतता ने एक बार फिर सोने की चमक बढ़ा दी है. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है.
सबसे पहले घरेलू बाजार में सोने की कीमतों को देखते हैं. MCX पर सोने का जून वायदा 850 रुपये से प्रति 10 ग्राम से ज्यादा मजबूत होकर 95,705 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया. मंगलवार को सोना 94,841 रुपये पर बंद हुआ था.
पिछले हफ्ते सोने का जून वायदा 93,000 रुपये के नीचे फिसल गया था. इस हफ्ते सोना वायदा में अबतक 3,200 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी आ चुकी है. MCX पर सोना वायदा फिलहाल 700 रुपये से ज्यादा की मजबूती के साथ 95,600 रुपये के इर्द-गिर्द घूम रहा है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना हालांकि मजबूत जरूर है, लेकिन एक दायरे में ही घूम रहा है. कॉमेक्स पर सोने का जून वायदा 25 डॉलर की मजबूती के साथ 3,310 डॉलर प्रति आउंस के करीब ट्रेड कर रहा है. सोने के इंट्राडे हाई और इंट्राडे लो में 35 डॉलर की रेंज है.
इंडिया बुलियन एसोसिएशन के मुताबिक, 10 ग्राम सोने का रेट 95,940 रुपये चल रहा है. दिल्ली में 10 ग्राम सोने का रेट 95,600 रुपये चल रहा है. मुंबई में ये 95,760 रुपये है, कोलकाता में 10 ग्राम सोना 95,640 रुपये का है, चेन्नई में 96,040 रुपये प्रति 10 ग्राम और बेंगलुरु में ये 95,840 रुपये के करीब है.
किस शहर में सोने का क्या रेट
दिल्ली में सोने का रेट 95,600 रुपये
मुंबई में सोने का रेट 95,760 रुपये
कोलकाता में सोने का रेट 95,640 रुपये
बैंगलुरु में सोने का रेट 96,040 रुपये
चेन्नई में सोने का रेट 95,840 रुपये
सोने की चमक क्यों बढ़ी?
सोने की कीमतों में आई इस मजबूती की सबसे बड़ी वजह है डॉलर में आई कमजोरी. डॉलर की कमजोरी से सोने को सपोर्ट मिलता है, क्योंकि सोना खरीदने वाले देशों के लिए उनका डॉलर बिल कम होता है, जिससे डिमांड बढ़ती है और सोना महंगा हो जाता है.
बुधवार को अमेरिकी डॉलर इंडेक्स एक बार फिर से 100 के नीचे फिसल गया है, जिसने सोने को सपोर्ट किया है. डॉलर ने 8 मई के बाद सबसे निचला स्तर छुआ है.
दूसरी बड़ी वजह,जिसने सारा खेल बिगाड़ा है वो है मूडीज का अमेरिका के लिए क्रेडिट डाउनग्रेड. जिसने अमेरिका इकोनॉमी को लेकर शंकाए पैदा कीं, जिससे डॉलर कमजोर हुआ.
इसके अलावा ट्रंप के टैक्स बिल को लेकर भी अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. ट्रंप ने मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस में अपने साथी रिपब्लिकंस पर बड़े पैमाने पर टैक्स कटौती बिल विधेयक के पीछे एकजुट होने का दबाव डाला, लेकिन वो समर्थन नहीं जुटा सके.
ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ने की खबरें हैं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल ईरान के परमाणु ठिकानों पर स्ट्राइक करने की तैयारी कर रहा है. जिससे ग्लोबल स्तर पर उथल-पुथल का माहौल बन रहा है.