हर महीने सर्विस सेक्टर की ग्रोथ को लेकर सर्वे रिपोर्ट जारी की जाती है. इस रिपोर्ट में सर्वे के आधार पर बताया जाता है कि सर्विस सेक्टर ग्रोथ कैसी है. HSBC इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स जुलाई में 60.3 पर था, जो जून में 60.5 था और लगातार 36वें महीने के लिए 50.0 के निशान से ऊपर था.
आपको बता दें की 50 से ऊपर होने का मतलब सर्विस एक्टिविटी में विस्तार है, जबकि 50 से नीचे का आंकड़ा गिरावट को दर्शाता है. वहीं कंपोजिट PMI जुलाई में 60.7 पर था और जून में 60.9 पर था.
इंटरनेशनल सेल से पॉजिटिव रिस्पांस
आउटपुट में ग्रोथ जुलाई में बिक्री की मात्रा में निरंतर वृद्धि को दर्शाती है. कुल नए ऑर्डर में ऐतिहासिक रूप बढ़ा है. दुनियाभर में भारतीय सर्विस की मजबूत मांग सीरीज की शुरुआत यानी सितंबर 2014 के बाद से नए स्तर पर पहुंची है. एशिया, यूरोप, नॉर्थ अमेरिका और मिडिल ईस्ट देशों के क्लाइंट से पॉजिटिव रिस्पांस मिला है.
पिछले महीने जुलाई में सर्विस सेक्टर ग्रोथ की गति धीमी रही, घरेलू मांग बढ़ने से नए कारोबार में वृद्धि आई. सर्विस कंपनियां के लिए आने वाले साल अच्छा रहने की उम्मीद है. देश में रोजगार के स्तर में वृद्धि करीब दो सालों में सबसे मजबूत स्थिति में है. इस बीच, लागत में तेजी ने जुलाई में फिर से प्रोड्यूसर्स से कीमते बढ़ाने के लिए मजबूर किया है.
भारत के सर्विस सेक्टर को अगले वित्त वर्ष में ग्रोथ में तेजी से बनाए रखने की उम्मीद है.