RBI on Paytm: 'पेटीएम पर कार्रवाई एक सुपरवाइजरी एक्शन है, हम सभी को गलती सुधारने का मौका देते हैं'

रिजर्व बैंक डिप्टी गवर्नर ने कहा कि पेटीएम एक रेगुलेटेड एंटिटी है, जिसने लगातार कंप्लायंस का उल्लंघन किया है और फिर उस पर ये सुपरवाइजरी कार्रवाई की गई है.

Source: Reuters

पेटीएम (Paytm) पर रिजर्व बैंक की कार्रवाई एक सुपरवाइजरी एक्शन है, और इस तरह की कार्रवाई से पहले काफी समय तक चर्चा और द्विपक्षीय बातचीत होती है. मॉनिटरी पॉलिसी के ऐलान के बाद रिजर्व बैंक की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेटीएम के मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में RBI ने ये कहा है.

पेटीएम पर रिजर्व बैंक का जवाब

रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर स्वामिनाथन ने कहा कि हर उपभोक्ता की रक्षा करना रेगुलेटर की जिम्मेदारी है. हालांकि उन्होंने ने कहा कि पॉलिसी के तहत वो किसी एक संस्था पर की गई कार्रवाई पर टिप्पणी नहीं करते हैं, लेकिन चूंकि ये मामला काफी चर्चा में है, इसलिए इसके संदर्भ में कुछ बातें बताना जरूरी है, मगर वो कोई बारीक जानकारी साझा नहीं करेंगे.

रिजर्व बैंक डिप्टी गवर्नर ने कहा कि पेटीएम एक रेगुलेटेड एंटिटी है, जिसने लगातार कंप्लायंस का उल्लंघन किया है और फिर उस पर ये सुपरवाइजरी कार्रवाई की गई है. डिप्टी गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक रेगुलेटेड संस्था को सिर्फ उनकी गलतियों को ही नहीं बताता है, बल्कि उसे सुधारने के लिए काफी वक्त भी देता है, ताकि वो कोई कदम उठा सके.

डिप्टी गवर्नर ने कहा कि हम इस बात पर नजर रख रहे हैं कि ग्राहकों को किसी तरह की असुविधा न हो, अगर कोई दिक्कत होती है तो उसे कम करेंगे. रिजर्व बैंक डिप्टी गवर्नर ने साफ किया कि पेटीएम ऐप कोई रोक नहीं है, जो भी रोक है वो पेटीएम पेमेंट बैंक पर है.

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पेटीएम पर FAQ अगले हफ्ते

रिजर्व बैंक ने कहा कि जब आपसी जुड़ाव और बातचीत से काम नहीं बनता है, तो हम व्यावसायिक प्रतिबंध लगाते हैं. हम जो भी प्रतिबंध लगाते हैं वो हमेशा स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ही लगाते हैं. RBI ने कहा कि पेटीएम को लेकर कई सवाल और स्पष्टीकरण मिले हैं. पेटीएम मुद्दे पर अगले हफ्ते किसी समय FAQ जारी किया जाएगा. रिजर्व बैंक ने साफ किया कि वो फाइनेंशियल सेक्टर में इनोवेशन और टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देता रहेगा.

रिजर्व बैंक की इस टिप्पणी के बाद पेटीएम की पैरेंट कंपनी One 97 कम्यूनिकेशंस के शेयर में 10% का लोअर सर्किट लग गया.

रिजर्व बैंक डिप्टी गवर्नर ने कहा कि एक रेगुलेटर होने के नाते, हमारी जिम्मेदारी बनती है कि आखिरी छोर पर बैठे उपभोक्ता के हितों की भी रक्षा की जाए, और वित्तीय सिस्टम को भी सुरक्षित किया जाए, और इस कार्रवाई को भी इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए.

रिजर्व बैंक ने कहा कि पेटीएम के मामले आगे क्या होगा होगा, इसकी भविष्यवाणी रेगुलेटर नहीं कर सकता है. इसलिए सभी को इंतजार करना चाहिए, फीडबैक मिल रहे हैं और उस पर काम कर रहे हैं और एक जिम्मेदार रेगुलेटर होने के नाते जो भी सही कदम होगा हम उठाएंगे.

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