बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बिजली के लिए अदाणी पावर (Adani Power) का बकाया चुकाना शुरू कर दिया है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, वहां से सेंट्रल बैंक के गवर्नर एहसान एच मंसूर ने एक फोन इंटरव्यू में ये जानकारी दी है.
बांग्लादेश बैंक के गवर्नर एहसान एच मंसूर ने बताया कि अदाणी पावर के गोड्डा स्थित पावर प्लांट से बांग्लादेश को सप्लाई की गई बिजली के लिए बकाया 800 मिलियन डॉलर में से लगभग 150 मिलियन डॉलर का भुगतान किया है.
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद 16 अगस्त को अदाणी ग्रुप ने गोड्डा पावर प्लांट से सप्लाई जारी रखने की बात कही थी. अदाणी पावर ने कहा था कि कंपनी बांग्लादेश की जरूरतों को समझती है और करार के मुताबिक बिजली आपूर्ति जारी रखेगी.
गवर्नर एहसान एच मंसूर ने कहा कि ये एक 'एकतरफा सौदा' है और बांग्लादेश को इसे इंटरनेशनल प्राइसिंग सिस्टम के मुताबिक बनाने के लिए शर्तों पर फिर से बातचीत करनी चाहिए. अगस्त 2024 तक बांग्लादेश का कुल बकाया 2.5 बिलियन डॉलर था, जिसमें पावर सेक्टर का 'अधिकांश हिस्सा' था.
अदाणी पावर के गोड्डा स्थित पावर प्लांट से बनने वाली 100% बिजली बांग्लादेश को सप्लाई होती है. ये देश का एकमात्र पावर प्लांट है, जहां का पूरा आउटपुट बांग्लादेश को निर्यात किया जाता है. इस प्लांट से एक महीने की एवरेज बिलिंग करीब 90 मिलियन डॉलर से 100 मिलियन डॉलर के बीच होती है.
नवंबर 2017 में शेख हसीना सरकार के नेतृत्व में बांग्लादेश ने अदाणी ग्रुप के साथ 25 साल का पावर परचेज एग्रीमेंट किया था. बांग्लादेश की कुल मांग का 10% प्लांट से सप्लाई होता है.