HDB Financial's IPO: HDFC ग्रुप की कंपनी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO को SEBI की तरफ से हरी झंडी मिल गई है. HDFC ग्रुप के पिछले कई IPO's कमाल के रहे हैं, जिसे देखकर निवेशक HDB फाइनेंशियल के लिए बेहद उत्सुक हैं.
HDFC बैंक लिमिटेड का शेयर मई 1995 में 4 रुपये/शेयर पर लिस्ट हुआ था. अपनी लिस्टिंग के पहले ही दिन इस शेयर ने 12.5% की बढ़त हासिल की. तब से कंपनी का शेयर 1,978.90 रुपये के हाई लेवल पर ये पहुंच चुका है.
HDFC एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने अगस्त 2018 में 1,726.20 रुपये पर अपनी शुरुआत की थी. पहले ही दिन इसमें 6.8% का इजाफा हो गया था. तब से लेकर अभी तक शेयर ने 4,939.40 रुपये का शिखर छुआ है.
इस बीच, HDFC लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, जो नवंबर 2017 में 310 रुपये पर लिस्ट हुई थी. शेयर ने शुरूआत में 19% का उछाल हासिल किया, इसके बाद ये शेयर 791.10 रुपये के उच्चतम स्तर को छू चुका है.
आंकड़ों से साफ है कि HDFC कंपनियों ने लिस्टिंग वाले दिन कमाल का प्रदर्शन किया है. इसी वजह से निवेशक HDB फाइनेंशियल के IPO का इतंजार बेसब्री से कर रहे हैं.
HDB फाइनेंशियल के IPO की बात करें तो इसमें 2,500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे और 10,000 करोड़ रुपये के शेयर बिक्री (offer-for-sale) के लिए होंगे. इस तरह IPO का टोटल इश्यू साइज 12,500 करोड़ रुपये हो जाएगा. हालांकि इसके प्राइस बैंड के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है.
HDB फाइनेंशियल HDFC बैंक की नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है. इस कंपनी में HDFC की 94% हिस्सेदारी है. HDB फाइनेंशियल सर्विसेज की शुरूआत साल 2007 में हुई थी और तब से ये भारत की एक बड़ी नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) बनी हुई है. इसकी 1,770 से ज्यादा ब्रांच 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मौजूद है.
HDB फाइनेंशियल के लोन पोर्टफोलियो का 71% हिस्सा सुरक्षित है. कंपनी लोन देने के अलावा, बैक-ऑफिस ऑपरेशन्स, कलेक्शन, सेल्स सपोर्ट, इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स के डिस्ट्रीब्यूशन का काम करती है.