फिच रेटिंग्स (Fitch Ratings) ने FY24 के लिए भारत के ग्रोथ अनुमान (India Growth Forecast) को 6.3% पर बरकरार रखा है.
फिच ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था, सख्त मौद्रिक नीति और निर्यात में गिरावट के बावजूद मजबूत रहेगी.
हालांकि, फिच रेटिंग्स ने महंगाई के अनुमान में बढ़ोतरी की है. इसके पीछे उसने अल नीनो के असर को वजह बताया है.
भारतीय अर्थव्यवस्था में FY24 की पहली तिमाही के दौरान 7.8% की ग्रोथ रेट रही. इसकी वजह मजबूत सर्विसेज सेक्टर एक्टिविटी और बेहतर डिमांड रही हैं.
हालांकि, ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक के सितंबर अपडेट में फिच ने कहा कि जुलाई से सितंबर तिमाही के दौरान ग्रोथ की रफ्तार कम होने की उम्मीद है.
फिच ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा कि निर्यात में गिरावट जारी है, क्रेडिट ग्रोथ एक ही लेवल पर बनी है और भारतीय रिजर्व बैंक के लेटेस्ट बाय-मंथली कंज्यूमर कॉन्फिडेंस सर्वे में दिखा है कि ग्राहकों में आय और रोजगार को लेकर नेगेटिव सेंटिमेंट बढ़ा है.
फिच रेटिंग्स ने कहा कि 'आने वाले महीनों में महंगाई में अस्थायी बढ़ोतरी, खासतौर पर बढ़ती खाद्य महंगाई से लोगों की खर्च करने की क्षमता में कमी आएगी.'
फिच ने कहा कि भारत पर भी ग्लोबल इकोनॉमिक स्लोडाउन का असर होगा. सालभर में RBI के रेपो रेट में 250 बेसिस प्वॉइंट्स की बढ़ोतरी का असर अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा. जबकि, खराब मानसून सीजन का भी बुरा असर होगा.
रेटिंग एजेंसी ने बताया कि हाल के महीनों में महंगाई में बढ़ोतरी की मुख्य वजह टमाटर और अन्य खाने के प्रोडक्ट्स की कीमतों में तेज इजाफा है.