मुंबई में आयोजित NDTV प्रॉफिट कॉन्क्लेव में मार्केट एक्सपर्ट्स ने देश की म्यूचुअल फंड (MF) इंडस्ट्री और निवेशकों की भूमिका पर गहन चर्चा की. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार के भविष्य पर भी अपने विचार साझा किए.
कोटक महिंद्रा AMC के MD नीलेश शाह, ने कहा कि FY21-FY23 के दौरान लोगों ने म्यूचुअल फंड की तुलना में लॉटरी टिकटों पर अधिक पैसा खर्च किया है. उन्होंने कहा कि आज भी निवेशकों को लॉटरी टिकट खरीदने के बजाय म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने के लिए मनाना पड़ता है.
नीलेश शाह ने इस बात पर भी जोर दिया कि माइनॉरिटी शेयरहोल्डर्स के हितों की रक्षा के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा, 'हम अच्छी कंपनियों में निवेश कर रहे हैं, लेकिन वो दिन आएगा जब हम खराब कंपनियों में निवेश करेंगे और उन्हें अच्छा बनाएंगे.'
HDFC AMC के MD और CEO नवनीत मुनोत ने कहा कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को लाभार्थियों के मामले में अभी लंबा सफर तय करना है. उन्होंने बताया कि पिछले साल अप्रैल से MF इंडस्ट्री ने शेयर बाजार में 9 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. मुनोत ने कहा, 'विकसित भारत में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की रोजगार सृजन में बहुत बड़ी भूमिका होगी.'
इडवाइस AMC की MD और CEO राधिका गुप्ता ने इस बात पर खुशी जताई कि विकसित भारत की योजना में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा, 'जब हम विकसित भारत की बात करते हैं, तो हमें MF से फायदा उठाने वाले 70-75% भारतीयों की बात करनी चाहिए.'
गुप्ता ने ये भी कहा कि अब 'म्यूचुअल फंड सही है' से 'म्यूचुअल फंड सबके लिए है' की ओर बढ़ने की जरूरत है. उन्होंने कंपनियों के प्रति नजरिए में बदलाव की बात करते हुए कहा, 'फोरेंसिक विश्लेषण अब कंपनियों को समझने का तरीका बनता जा रहा है. कंपनियों के मैनेजमेंट से कठिन सवाल उन्हें बेहतर करने के लिए प्रेरित करेंगे.'
रामदेव अग्रवाल, MOFSL ने शेयर बाजार को निवेशकों का 'महा-महाकुम्भ' बताया. उन्होंने कहा, '18-19 करोड़ निवेशक रोज शेयर बाजार में हिस्सा लेते हैं, और दशक के अंत तक ये आंकड़ा 30 करोड़ से अधिक हो जाएगा.'
अग्रवाल ने कहा कि भारत और अमेरिका दो ऐसे देश हैं जहां स्थिरता के साथ लगातार पैसा बनाया जा रहा है. उन्होंने SIP (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) को निवेश का सबसे अच्छा तरीका बताया और कहा, 'SIP में निवेश करते समय बाजार को नहीं देखना चाहिए. ये एवरेजिंग का अच्छा तरीका है.'
कॉन्क्लेव में एक्सपर्ट्स ने ये स्पष्ट किया कि भारत का म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री और शेयर बाजार न केवल निवेशकों के लिए अवसर प्रदान कर रहा है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बना रहा है. उन्होंने निवेशकों को सलाह दी कि वे टॉप क्वालिटी बिजनेस, अच्छे मैनेजमेंट और सही वैल्यू पर ध्यान दें ताकि उनका निवेश सुरक्षित और लाभदायक हो सके.