School Fee Season: बढ़ती हुई महंगाई के बीच घर का बजट बनाना बेहद ही मुश्किल होता है. अब बच्चों के स्कूल खुलने वाले हैं. हर साल स्कूल फीस में इजाफा देखा जाता है, जिससे कहीं ना कहीं आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग बिगड़ जाती है.
ऐसे में अगर आप सही जगह निवेश करते हैं तो कुछ हद तक फाइनेंशिल समस्या से बचा जा सकता है. इस खबर में हम आपको उन स्मार्ट निवेश के बारे में बताते हैं.
अक्सर देखा जाता है कि जब फीस भरने का समय पास आ जाता है तब पैरेंट्स इस पर ध्यान देते हैं. ऐसे में तनाव होना लाजमी है. इस टेंशन से बचने के लिए आप कम से कम 2 से 3 महीने पहले ही फीस के लिए एक फंड बनाना शुरू कर दें.
जैसा हमने आपको बताया कि फीस के लिए पहले ही फंड बनाएं, इस फंड को आप सेविंग अकाउंट के साथ कई जगह पर निवेश भी कर सकते हैं, जिससे पैसे से पैसा बनने की पॉलिसी का आप फायदा भी उठा सकते हैं.
कुछ विकल्पों की बात करें तो FD के साथ SIP, सुकन्या समृद्धि योजना, चाइल्ड यूलिप प्लान में निवेश कर सकते हैं. फीस के साथ-साथ इन कई प्लान से आप बच्चों के भविष्य को भी सेफ रख सकते हैं.
केंद्र की सुकन्या समृद्धि योजना में बेटी के 10 साल होने से पहले इसमें अकाउंट खोलना होता है. सिर्फ 250 रुपए से इस योजना में निवेश किया जा सकता है. सरकार की तरफ से इस स्कीम में 8.50% का ब्याज मिलता है.
कई स्कूल या कॉलेज अपने फीस स्ट्रक्चर में बदलाव करते रहते हैं, जिसका आपको ध्यान रखना चाहिए. कोई स्कूल/कॉलेज महीने में फीस लेते हैं, कोई तीन महीने में फीस भरने का विकल्प देते हैं. ऐसे में अपने बजट के अनुसार आप फीस के स्ट्रक्चर का चुनाव करें.
देश में कई स्कूल/कॉलेज योग्यता के आधार पर स्कॉलरशिप देते हैं. इसके जरिए ट्यूशन फीस में कमी आ सकती है, जिससे आपकी सेविंग में इजाफा हो सकता है. इसलिए एक बार स्कूल की तरफ से दी जाने वाली स्कॉलरशिप के बारे में जरूर पता करें.
अच्छा बजट बनाने का एक तरीका है कि आप फालतू के खर्चों को तुरंत कम करना शुरू कर दें. ये बहुत आसान है. इसके लिए रोजाना आप खर्चों को ट्रैक करें, जिससे हो रहे फालतू खर्चों की जानकारी आपको होती रहेगी.
महंगाई की दर हर साल बदलती रहती है. ऐसे में जरूरी है कि आप भी अपने बजट में महंगाई के अनुसार बदलाव करते रहें, जिससे फंड के कमी की समस्या से आप बचा जा सके.
बहुत की कम पेरेंट्स जानते हैं कि सेक्शन 80C और 10 के जरिए बच्चों की पढ़ाई पर हो रहे खर्चों से टैक्स को भी बचाया जा सकता है. सेक्शन 80C के जरिए आप ट्यूशन फीस पर 1.50 लाख रुपए तक टैक्स सेविंग कर सकते हैं.
वहीं शिक्षा भत्ते के जरिए दो बच्चों तक प्रति बच्चे 100 रुपये हर महीने की कटौती का दावा कर सकते हैं. इसके अलावा होस्टल फीस के लिए दो बच्चों तक प्रति बच्चे 300 रुपये/माह की छूट का फायदा लिया जा सकता है.