July Auto Retail Sales: 3 महीने बाद बढ़ी गाड़ियों की रिटेल बिक्री, लेकिन इंवेंट्री ने बढ़ाई चिंता

जून में जहां कारों की बिक्री 2.91 लाख यूनिट थी, जुलाई में ये 3.2 लाख यूनिट रही है. 2-व्हीलर्स की बिक्री 17% से ज्यादा बढ़कर 14.4 लाख यूनिट रही है.

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आखिरकार भारतीय ऑटो इंडस्ट्री के लिए अच्छे दिन लौट आए, तीन महीने तक लगातार गिरने के बाद जुलाई में रिटेल ऑटो बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज हुई है. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) की ओर से सोमवार को ऑटो रिटेल बिक्री के आंकड़े जारी किए गए, जिसके मुताबिक पैसेंजर व्हीकल्स यानी कारों की बिक्री में 10% से ज्यादा का उछाल देखा गया है.

जुलाई में गाड़ियों की बिक्री बढ़ी

जून में जहां कारों की बिक्री 2.91 लाख यूनिट थी, जुलाई में ये 3.2 लाख यूनिट रही है. 2-व्हीलर्स की बिक्री 17% से ज्यादा बढ़कर 14.4 लाख यूनिट रही है, 3-व्हीलर्स की रिटेल बिक्री जुलाई में जहां कारों की बिक्री करीब 13% बढ़कर 1.1 लाख यूनिट रही है. FADA के वाइस प्रेसिडेंट सी एस विग्नेश्वर का कहना है कि कुछ डीलर्स प्रोमोशन और डिस्काउंट के जरिए बिक्री को बढ़ाए रखने में कामयाब रहे हैं.

जुलाई में गाड़ियों की रिटेल बिक्री

  • जुलाई में कुल गाड़ियों की रिटेल बिक्री 13.84% बढ़कर 20,34,116 यूनिट (YoY)

  • पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री 10.18% बढ़कर 3,20,129 यूनिट रही (YoY)

  • 2-व्हीलर्स की बिक्री 17.17% बढ़कर 14,43,463 यूनिट रही (YoY)

  • 3-व्हीलर्स की बिक्री 12.88% बढ़कर 1,10,497 यूनिट (YoY)

  • कमर्शियल व्हीकल्स की बिक्री 5.93% बढ़कर 80,057 यूनिट (YoY)

  • ट्रक और बसों की बिक्री 13.5% बढ़कर 80,057 यूनिट (YoY)

  • ट्रैक्टर्स की बिक्री 11.95% गिरकर 79,970 यूनिट रही (YoY)

जहां एक ओर बिक्री बढ़ने से राहत है, दूसरी तरफ लगातार बढ़ती इंवेंट्री भी है. डीलरशिप पर बिना बिके स्टॉक का ढेर 67-72 दिनों तक बढ़ गया है और अब इसकी वैल्यू 73,000 करोड़ रुपये है. ये डीलरों के लिए एक बड़ा जोखिम है. आमतौर पर 32-35 दिनों की इंवेंट्री सामान्य मानी जाती है, जो कि ये इससे दोगुनी है.