ओला, उबर की बादशाहत को चुनौती देगा रैपिडो, शुरू की कैब सर्विसेज

कंपनी ने पूरे भारत में 1 लाख गाड़ियों के फ्लीट के साथ अपनी कैब सेवाओं की शुरुआत की है.

Source: BQ Prime

ऐप बेस्ड कैब सर्विसेज देने वाली ओला और उबर को अब रैपिडो से टक्कर मिलेगी. टू-व्हीलर और ऑटो सर्विसेज देने के लिए वाली रैपिडो ने फोर-व्हीलर कैब सर्विसेज की शुरुआत कर दी है.

अभी ऑनलाइन कैब सर्विसेज पर ओला और उबर का ही कब्जा है, ऐसे में रैपिडो इन दोनों को कैसे टक्कर देगी, रैपिडो का दावा है कि उनकी सर्विसेज बिल्कुल अलग होंगी, क्योंकि वो गारंटीड सबसे कम रेट पर सेवाएं देंगे और अपने ड्राइवर्स के लिए जीरो कमीशन मॉडल लेकर आए हैं.

1 लाख कैब के साथ शुरुआत

रैपिडो की ओर से जारी बयान के मुताबिक, कंपनी ने पूरे भारत में 1 लाख गाड़ियों के फ्लीट के साथ अपनी कैब सेवाओं की शुरुआत की है.

कंपनी ने बयान में कहा 'SaaS-बेस्ड प्लेटफॉर्म एक बेजोड़ मध्यस्थ है, जो खास तौर पर ड्राइवर्स और ग्राहकों को जोड़ता है, मार्केटप्लेस पर कोई बाहरी नियंत्रण नहीं थोपा जाता है. रैपिडो इको-सिस्टम में ड्राइवर्स अपने ग्राहकों से सीधा पेमेंट लेते हैं, रैपिडो का इसमें कोई दखल नहीं होता है.'

सब्सक्रिप्शन बेस्ड मॉडल

ओला, उबर कमीशन बेस्ड मॉडल पर काम करते हैं, जिसे लेकर उनके ड्राइवरों की हमेशा से शिकायतें रही हैं, इसकी जगह पर रैपिडो ने 'सब्सक्रिप्शन फीस बेस्ड मॉडल' को लागू किया है.

उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि रैपिडो ऐप के जरिए अगर कमाई 10,000 रुपये हो जाती है तो, ड्राइवर्स को 500 रुपये की सब्सक्रिप्शन फीस चुकानी होगी. इससे फायदा ये होगा कि ड्राइवरों को ग्राहकों से मिलने वाला पूरा पेमेंट मिलेगा, कमीशन के रूप में कुछ नहीं देना होगा.