Exclusive: पेटीएम पेमेंट्स बैंक बोर्ड से मंजू अग्रवाल ने इंडिपेंडेंट डायरेक्टर पद से दिया इस्तीफा

चूंकि रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं, मंजू अग्रवाल को बैंक का कोई सही मायने में भविष्य नहीं दिख रहा था!

Source: Paytm

पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank Ltd.) की बोर्ड मेंबर मंजू अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया है. NDTV प्रॉफिट को ये जानकारी मामले पर नजर रखने वालों ने दी है. मंजू अग्रवाल जो कि बोर्ड में एक इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में काम कर रहीं थी, 1 फरवरी को उन्होंने अपना इ्स्तीफा दे दिया.

RBI के कड़े प्रतिबंधों के बाद दिया इस्तीफा

मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि चूंकि रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं, मंजू अग्रवाल को बैंक का कोई सही मायने में भविष्य नहीं दिख रहा था, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया. इन लोगों ने बताया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड ने भी बैंक के साथ कई समस्याओं को हल करने की कोशिश की, लेकिन रिजर्व बैंक के रेगुलेशंस को पूरा करने में नाकामयाब रहे.

मंजू अग्रवाल जो कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की पूर्व डिप्टी डायरेक्टर के पद पर भी रहीं, उन्होंने मई 2021 से पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड में काम किया. इससे पहले, वो NPCI और जियो पेमेंट्स बैंक से जुड़ी थीं.

SBI में, उन्होंने मर्चेंट एक्वायरिंग बिजनेस, डेबिट कार्ड स्ट्रैटिजी और ट्रांजैक्शन, रूरल बिजनेस और फाइनेंशियल इन्क्लूजिन का भी नेतृत्व किया. मामले की जानकारी रखने वाले इन लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बोर्ड में एक और इंडिपेंडेंट डायरेक्टर शिंजिनी कुमार भी अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद दिसंबर में बैंक से बाहर हो गईं.

RBI ने पेटीएम पर कार्रवाई को बताया सुपरवाइजरी एक्शन

31 जनवरी को रिजर्व बैंक ने वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications Ltd.) की सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कड़े प्रतिबंध लगाए थे. इधर, गुरुवार को रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी रिजर्व बैंक ने पेटीएम को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि पेटीएम (Paytm) पर रिजर्व बैंक की कार्रवाई एक सुपरवाइजरी एक्शन है, और इस तरह की कार्रवाई से पहले काफी समय तक चर्चा और द्विपक्षीय बातचीत होती है.

डिप्टी गवर्नर स्वामिनाथन ने कहा कि रिजर्व बैंक रेगुलेटेड संस्था को सिर्फ उनकी गलतियों को ही नहीं बताता है, बल्कि उसे सुधारने के लिए काफी वक्त भी देता है, ताकि वो कोई कदम उठा सके. रिजर्व बैंक ने कहा कि जब आपसी जुड़ाव और बातचीत से काम नहीं बनता है, तो हम व्यावसायिक प्रतिबंध लगाते हैं. हम जो भी प्रतिबंध लगाते हैं वो हमेशा स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ही लगाते हैं.