ओला इलेक्ट्रिक ने निवेशकों को किया मालामाल, लिस्टिंग के बाद 5 दिनों में ही दिया 75% का रिटर्न

9 अगस्त को 76 रुपये के इश्यू प्राइस पर ही लिस्टिंग हुई, मगर पिछले 5 कारोबारी दिनों इसने 3 बार 20% का अपर सर्किट लगाया है

Source: OLA Electric Event

ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ने अपने IPO में पैसा लगाने वालों को मालामाल कर दिया है. कंपनी के शेयरों ने लिस्टिंग के बाद केवल पांच कारोबारी दिनों में 75% से अधिक रिटर्न दिया है. इसने हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को भी 20% का अपर सर्किट लगाया है.

दरअसल 14 अगस्त को ये सिर्फ डेढ़ परसेंट चढ़ा था, मगर 15 अगस्त को ओला ने तीन इलेक्ट्रिक मोटर साइकिल पर से पर्दा उठाया है. इसके बाद 16 अगस्त को बाजार ने इसे हाथोंहाथ लिया और फिर इसने 20% का अपर सर्किट लगा दिया. शुक्रवार को बाजार बंद होने तक ओला इलेक्ट्रिक का मार्केट कैप 58 हजार 699 करोड़ रुपये के पार चला गया है.

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फिकी लिस्टिंग के बाद लगाई जोरदार छलांग

कंपनी के शेयरों का इश्यू प्राइस सिर्फ 76 रुपये था. दिलचस्प ये है कि 9 अगस्त यानी पिछले हफ्ते शुक्रवार को इसकी लिस्टिंग भी इसी भाव पर हुई. मगर फीकी लिस्टिंग के बाद इसने कारोबार के आखिर तक 20% का अपर सर्किट लगाया. सोमवार को फिर ये 20% चढ़कर बंद हुआ. 13 अगस्त और 14 अगस्त को ये कुछ शांत रहा, मगर 15 अगस्त की छुट्टी के बाद 16 अगस्त को ये फिर अपर सर्किट पर बंद हुआ.

ओला इलेक्ट्रिक का IPO आखिरी दिन तक 4.27 गुना सब्सक्राइब हुआ था. इसमें कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा 12 गुना और QIBs के लिए रिजर्व हिस्सा 5.5 गुना भरा था. रिटेल निवेशकों का हिस्सा 4 गुना सब्सक्राइब हुआ था.

बाजार ओला इलेक्ट्रिक पर इतना बुलिश क्यों?

1) पहली प्योर लिस्टेड EV टू-व्हीलर कंपनी

ओला इलेक्ट्रिक भारत में पहली लिस्टेड प्योर इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी है. TVS मोटर्स और बजाज ऑटो जैसी सभी टू-व्हीलर कंपनियां के पास भी EV मॉडल्स हैं, मगर ये उनके पोर्टफोलियो का एक छोटा हिस्सा मात्र है और इन पर फोकस भी कुछ कम है.

2) EV टू-व्हीलर मार्केट में मजबूत स्थिति

आंकड़ों के अनुसार, EV टू-व्हीलर मार्केट में ओला की 35% बाजार हिस्सेदारी है. लेकिन HDFC सिक्योरिटीज जैसे ब्रोकरेज का अनुमान है कि इसका मार्केट शेयर 41% तक बढ़ जाएगा.

3) गीगा फैक्टरी

कंपनियां अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैट्री आयात करती हैं. मगर ओला अपनी बैट्री के लिए इन-हाउस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रही है. इससे वाहन की लागत कम होगी. इलेक्ट्रिक वाहनों की कुल लागत में बैट्री का 35% हिस्सा है.

4) खुद के रिसर्च और डेवलपमेंट

कंपनी के पर भारत, ब्रिटेन और अमेरिका में तीन रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर हैं. अच्छी बात ये है कि इसके तीन EV स्कूटर मॉडलों में उपयोग किए जाने वाले 86% पार्टस एक जैसे हैं.

5) PLI का फायदा मिल सकता है

ओला इलेक्ट्रिक भारत सरकार की दो प्रोडक्शन लिंक्ड योजनाओं का लाभार्थी है. इसमें ऑटोमोबाइल PLI योजना और सेल PLI योजना शामिल हैं. ऑटोमोबाइल PLI योजना वाहनों के निर्माण पर सब्सिडी मिलती है, जबकि सेल प्रोजेक्ट को PLI का फायदा मिल सकता है.

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