स्पाइसजेट 2026 तक फ्लीट में 100 विमान करेगा शामिल: अजय सिंह

अपने फ्लीट का विस्तार करने के अलावा, स्पाइसजेट का लक्ष्य 2019 में बोइंग 737 मैक्स की ग्राउंडिंग और कोविड-19 महामारी के कारण बकाया का निपटारा करके अपनी बैलेंस शीट को साफ करना है.

स्पाइसजेट के CMD अजय सिंह के अनुसार, स्पाइसजेट ने 2026 के अंत तक अपने फ्लीट को 25 से 100 विमानों तक बढ़ाने की योजना बनाई है. अजय सिंह ने NDTV प्रॉफिट को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, 'एयरलाइन की QIP का मुख्य फोकस फ्लीट एक्सपेंशन और बैलेंस शीट क्लीनअप है. उन्होंने कहा, 'हमारा प्राथमिक उद्देश्य अब 25 विमानों से अगले दो साल में 100 विमानों वाली एयरलाइन के रूप में वापस जाना है. हम 2019 में 100 से अधिक विमानों की एयरलाइन थे, और अब ये हमारा लक्ष्य है.

अपने फ्लीट का विस्तार करने के अलावा, स्पाइसजेट का लक्ष्य 2019 में बोइंग 737 मैक्स की ग्राउंडिंग और कोविद -19 महामारी के कारण बकाया राशि का निपटारा करके अपनी बैलेंस शीट को साफ करना भी है. सिंह ने कहा, 'विचार ये है कि हमारी मौजूदा देनदारियों को रीस्ट्रक्चर किया जाए, सभी पार्टनर के साथ समझौता किया जाए.

देखें कहां होगा 3,000 करोड़ रुपये का उपयोग

स्पाइसजेट ने पिछले सप्ताह QIP के जरिये 3,000 करोड़ रुपये जुटाए ताकि बैलेंस शीट को मजबूत किया जा सके और मौजूदा वित्तीय चुनौतियों से निपटा जा सके.

सिंह ने कहा कि करीब 1400 करोड़ रुपये का इस्तेमाल बकाये के भुगतान में किया जाएगा, 800 करोड़ रुपये ग्राउंडेड विमानों के लिए आवंटित किए जाएंगे और करीब 800 करोड़ रुपये रिजर्व कैपिटल है. उन्होंने कहा, 30 ग्राउंडेड विमान जल्द ही सेवा में वापस आ जाएंगे.

स्पाइसजेट ने विमानों को लीज पर लेने के लिए भी धन आवंटित किया है, क्योंकि कंपनी को फ्लीट के विस्तार के लिए सेकेंडरी मार्केट को एडवांस लीज किराया देना होगा. सिंह ने कहा, 'हमारी योजना इस वित्त वर्ष के अंत तक 40 विमान हासिल करने की है.

सिंह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सभी बकाया वेतन का भुगतान कर दिया गया है. उन्होंने कहा, 'हम क्रू मेंबर के उन 150 मेंबर को भी वापस लाएंगे जिन्हें हमने वापस भेजा था. सिंह ने कहा, "अभी और फंड्स की आवश्यकता नहीं है, हम अपने रास्ते पर हैं.

सिंह ने कहा कि एयरलाइन के लिए मार्केट शेयर मुख्य फोकस नहीं है, क्योंकि ये स्वाभाविक रूप से फ्लीट बढ़ने से बढ़ता है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि होल्थ एविएशन सेक्‍टर में कई कंपनियों की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, 'डूओपौली किसी भी उद्योग के लिए अच्छा नहीं है. ये महत्वपूर्ण है कि भारत में एयरलाइंस प्रॉफिटेबल हो. और हमें होल्थ एविएशन के लिए लागत को कम करने की आवश्यकता है.