फ्लिपकार्ट और स्नैपडील में इन सामानों की होती है सबसे ज्यादा बिक्री

ई-कॉमर्स का बाजार आजकल सुर्खियों में है, वजह चाहे जो भी हो। यह बाजार दिन-ब-दिन अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है। दरअसल, लोगों को यहां से उत्पाद खरीदने में सहूलियत और सुविधा दोनों मिल रही है।

ई-कॉमर्स का बाजार आजकल सुर्खियों में है, वजह चाहे जो भी हो। यह बाजार दिन-ब-दिन अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है। दरअसल, लोगों को यहां से उत्पाद खरीदने में सहूलियत और सुविधा दोनों मिल रही है।

ऐसे में आईएएमएआई ने एक सर्वे कर यह जाना कि आखिर इस बाजार में लोग सबसे ज्यादा क्या खरीदना पसंद करते हैं। तथ्य जो सामने आया वह है, मोबाइल फोन और उससे जुड़े सामान।

बताया गया है कि इस क्षेत्र में मोबाइल फोन और एसेसरीज की करीब 9936 करोड़ रुपये की बिक्री होती है। यानी करीब 41 प्रतिशत इंटरनेट के बाजार में जो बिक्री हो रही है, वह मोबाइल फोन और उससे जुड़े उत्पादों की है।

इसके अलावा अब लोगों को कपड़ों, जूतों और निजी जरूरत के सामान के लिए भी इंटरनेट या कहें ई-कॉमर्स साइटें भाने लगी हैं। इस क्षेत्र से करीब 4699 करोड़ रुपये की खरीद हो रही है। यह भी तकरीबन 20 प्रतिशत के करीब आ रहा है।

उपभोक्ता उत्पाद के साथ-साथ रसोई से जुड़े जरूरी सामानों की बिक्री का हिस्सा करीब 14 प्रतिशत है और यह 3404 करोड़ रुपये के करीब आता है।

आईएएमएआई का कहना है कि बाकी बचे 25 प्रतिशत इंटरनेट बाजार में लैपटॉप, नेटबुक्स, टैबलेट, घर की साज-सज्जा से जु़डा सामान और किताबों की खरीद होती है। इसमें क्रमश: 2780 करोड़, 1059 करोड़ और 648 करोड़ रुपये का योगदान है।

संस्थान का दावा है कि ई-टेलिंग (ई-कॉमर्स का एक हिस्सा) के बाजार ने 2013 की तुलना में वर्ष 2014 में 1.4 गुणा की वृद्धि की है। ई-कॉमर्स में ई-टेल का करीब 29 प्रतिशत का हिस्सा है।

भारत में दिसंबर 2014 में ई-टेलिंग को मिलाकर ई-कॉमर्स का बाजार 81,525 करोड़ रुपये का रहा। ई-कॉमर्स के बाजार में सबसे बड़ा हिस्सा ट्रैवल्स का है, जो करीब 61 फीसदी है।

कहा जा रहा है कि इस क्षेत्र में और वृद्धि होगी और यह वृद्धि 33 प्रतिशत की दर से होगी, जिसके कारण 2015 के अंत तक यह बाजार एक लाख करोड़ का हो जाएगा।

रिसर्ज यह भी बता रहा है कि तकरीबन आधे लोग कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा का प्रयोग करते हैं। 21 प्रतिशत लोग डेबिट कार्ड से भुगतान करते हैं तो 16 फीसदी लोगों को क्रेडिट कार्ड से भुगतान पसंद है। 10 प्रतिशत लोग नेट बैंकिंग से भुगतान करते हैं। कुछ लोग (8 प्रतिशत) प्रीपेड कैश कार्ड, मोबाइल वॉलेट आदि का प्रयोग कर भी खरीदारी करते हैं।

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पूंजी की कमी से शुरू में काफी दिक्कतें हुई : फ्लिपकार्ट के संस्थापक

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लेखक NDTV Profit Desk
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