मॉनसून के स्वागत की तैयारी कर लीजिए. इस महीने के अंत तक देश में मॉनसून का आगमन होने वाला है. मौसम विभाग (IMD) ने ये अनुमान जताया है कि 31 मई तक मॉनसून केरल के तट पर पहुंच जाएगा यानी मॉनसून की पहली बारिश 31 मई को केरल में होने की संभावना है.
हालांकि मॉनसून को लेकर मौसम विभाग ने 4 दिन का बफर रखा है, यानी ये पहली बारिश 31 मई से 4 दिन पहले या 4 दिन बाद हो सकती है.
मौसम विभाग ने ये भी बताया है कि पिछले 19 वर्षों में (2005-2023) केरल में मॉनसून के आने की तारीख के सारे अनुमान लगभग सही साबित हुए हैं. सिर्फ 2015 एक ऐसा साल था जब मॉनसून को लेकर IMD का अनुमान सही साबित नहीं हुआ था.
सामान्य से ज्यादा बारिश का है अनुमान
देश में इस साल मॉनसून सीजन के दौरान झमाझम बारिश होगी. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस साल सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान जताया है. 15 अप्रैल को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में IMD ने कहा कि इस साल मॉनसून के सामान्य से बेहतर रहने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक, मॉनसून सीजन में अगस्त-सितंबर तक 'ला नीना' की स्थिति बनने की संभावना के साथ सामान्य से अधिक बारिश होने के अनुमान हैं. ज्यादातर परिस्थितियां मॉनसून के पक्ष में हैं और शुरुआती मॉनसून में अल-नीनो की स्थिति कमजोर होगी.
सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना
IMD के महानिदेशक (DG) डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने कहा था, 'इस साल जून से सितंबर तक 106% लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) बारिश का अनुमान है. इस दौरान 87 सेमी बारिश की संभावना है'.
22 में से 20 ला-नीना वर्षों में अच्छी बारिश
IMD के DG ने कहा कि इस समय मध्यम अल नीनो की स्थिति बनी हुई है. अनुमान है कि मॉनसून का मौसम शुरू होने तक ये तटस्थ हो जाएगा. मॉडल इस बात का इशारा करते हैं कि इसके बाद ला लीना की स्थिति अगस्त-सितंबर तक स्थापित हो सकती है.
IMD ने बताया है कि, 'एनालिसिस से पता चला है कि 22 ला नीना वर्षों में, 20 बार सामान्य या सामान्य से अधिक मॉनसून दर्ज किया गया था. केवल 1974 और 2000 में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई थी.'