औद्योगिक उत्पादन वृद्धि अगस्त में 0.4 प्रतिशत, पांच महीने का निम्न स्तर

देश का औद्योगिक क्षेत्र अभी नरमी से बाहर नहीं आया है। अगस्त में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर मात्र 0.4 प्रतिशत रही जो पांच महीने का निम्नतम स्तर है। वृद्धि दर में यह गिरावट मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र तथा उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र के उत्पादन के घटने के कारण है।

फाइल फोटो

देश का औद्योगिक क्षेत्र अभी नरमी से बाहर नहीं आया है। अगस्त में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर मात्र 0.4 प्रतिशत रही जो पांच महीने का निम्नतम स्तर है। वृद्धि दर में यह गिरावट मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र तथा उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र के उत्पादन के घटने के कारण है।

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) द्वारा मापी जाने वाली औद्योगिक वृद्धि पिछले साल अगस्त में भी 0.4 प्रतिशत ही थी।

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार इस बार जुलाई की वृद्धि दर को संशोधित कर 0.41 प्रतिशत किया गया है। प्रारंभिक आंकड़ों के आधार पर इसे पहले 0.5 प्रतिशत बताया गया था।

वित्त वर्ष 2014-15 के अप्रैल-अगस्त के दौरान औद्योगिक उत्पादन वृद्धि 2.8 प्रतिशत रही रही जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में उत्पादन एक साल पहले के स्तर पर ही बना हुआ था।

ताजा आंकड़ों के अनुसार आईआईपी में 75 प्रतिशत भारांश रखने वाला विनिर्माण क्षेत्र में अगस्त में 1.4 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि एक वर्ष पूर्व इस क्षेत्र का उत्पादन में 0.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। अप्रैल-अगस्त के दौरान इस क्षेत्र की वृद्धि दर 1.8 प्रतिशत रही जबकि एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में इसमें 0.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।

आलोच्य महीने में उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र के उत्पादन में 6.9 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 0.9 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी। अप्रैल-अगस्त के दौरान इस क्षेत्र के उत्पादन में 4.9 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि 2013-14 की इसी अवधि में इसमें 1.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।

टिकाऊ उपभोक्ता सामान खंड में अगस्त में 15 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि एक वर्ष पूर्व इसमें 8.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी। अप्रैल-अगस्त के दौरान यह क्षेत्र 12.9 प्रतिशत संकुचित हुआ जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में इसमें 11.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।

गैर-टिकाऊ उपभोक्ता वस्तु उद्योगों के उत्पादन में आलोच्य माह में 0.9 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि पिछले साल के इसी महीने में इसमें 5.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अगस्त अवधि के दौरान इस क्षेत्र की वृद्धि दर 0.9 प्रतिशत रही जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 6.8 प्रतिशत थी।

कुल मिलाकर अगस्त में विनिर्माण क्षेत्र में 22 औद्योगिक वर्गों में से 11 में उत्पादन बढ़ा।

सीएसओ के आंकड़ों के अनुसार मांग को दर्शाने वाला पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन में अगस्त महीने में 11.3 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में उत्पादन में दो प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।

खनन क्षेत्र की वृद्धि दर अगस्त महीने में 2.6 प्रतिशत रही जबकि एक वर्ष पूर्व इसी महीने में इसमें 0.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।

बिजली उत्पादन अगस्त में 12.9 प्रतिशत बढ़ा जबकि एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।

मध्यवर्ती वस्तुओं के उत्पादन में केवल 0.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि एक वर्ष पूर्व इसी माह में 3.8 की वृद्धि दर्ज की गई थी।

आलोच्य महीने में प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में 9.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि एक वर्ष पूर्व इसी महीने में इसमें 0.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

लेखक NDTV Profit Desk
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