HSBC ने स्विगी के बजाय जोमैटो के शेयरों को दी तरजीह, 21% बढ़त की जताई संभावना

HSBC ने जोमैटो पर 'Buy' रेटिंग बनाए रखी है और टारगेट प्राइस 330 रुपये रखा है. स्विगी के लिए भी इसने 550 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ 'होल्ड' रेटिंग को बरकरार रखा है, जो मंगलवार के भाव से 8% ज्यादा है.

Source: Zomato Website

HSBC सिक्योरिटीज ने फूड डिलीवरी सेगमेंट में मार्केट लीडर जोमैटो के शेयरों पर उसके निकटतम प्रतिद्वंद्वी स्विगी की तुलना में अधिक मजबूत राय व्यक्त की है.

HSBC ने जोमैटो पर 'Buy' रेटिंग बनाए रखी है और टारगेट प्राइस 330 रुपये रखा है, जो 21% की अपसाइड दर्शाता है. स्विगी के लिए इसने 550 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ होल्ड रेटिंग दोहराई है, जो मंगलवार के भाव से 8% ज्यादा है.

ब्रोकरेज फर्म ने अपने नोट में कहा, 'हम स्विगी (Hold) की तुलना में जोमैटो (Buy) को प्राथमिकता देते हैं.'

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HSBC की रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि भारत में क्विक कॉमर्स के लिए निवेशकों में उम्मीद बनी हुई है. लेकिन ग्रोथ अनुमान अत्यधिक आशावादी हो सकते हैं. हालांकि कुल अड्रेसएबल मार्केट (TAM) अनुमान से छोटा होने की संभावना है.

इंडस्ट्री ने वर्तमान में वित्त वर्ष 2030 तक $50 बिलियन ग्रॉस आर्डर वैल्यू का अनुमान लगाया है, जिसका मतलब है कि 60 मिलियन ग्राहक हर महीने 8 बार ऑर्डर करें. ये एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य है, क्योंकि भारत के शीर्ष 30 शहरों के लिए किराना TAM लगभग $125 बिलियन है.

HSBC ने उल्लेख किया कि किराना से सामान्य माल की ओर बदलाव और फ्लिपकार्ट और अमेजॉन जैसी ई-कॉमर्स दिग्गजों के क्विक कॉमर्स में एंट्री से किराना से परे डेवलपमेंट के अवसर मिल सकते हैं, जो GOV लक्ष्यों को पूरा करने में मदद कर सकते हैं.

जोमैटो

वित्त वर्ष 2024 से लेकर वित्त वर्ष 2039 तक, HSBC को उम्मीद है कि जोमैटो का फूड डिलीवरी बिजनेस ऑर्डर के मामले में 12% कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट से बढ़ेगा और ग्रॉस आर्डर वैल्यू में 12.5% ​​की ग्रोथ होगी.

कंपनी के क्विक कॉमर्स बिजनेस में बहुत अधिक ग्रोथ होगी, जिसमें उसी अवधि में 33% ऑर्डर ग्रोथ और 35% ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू ग्रोथ होगी.

जोमैटो ने हाल ही में पेटीएम के मूवी और टिकटिंग बिजनेस का भी अधिग्रहण किया है, जो इसके नए "डिस्ट्रिक्ट" वर्टिकल में मर्ज हो जाएगा.

जोमैटो ने वित्त वर्ष 2026 तक इस बिजनेस के लिए 10,000 करोड़ रुपये के ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू का लक्ष्य रखा है, जो 'बुकमायशो' की मूल कंपनी बिग-ट्री-एंटरटेनमेंट के साइज के बराबर है.

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स्विगी

HSBC ने कंपनी के फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स डिवीजन का अलग-अलग वैल्यूएशन किया है. फूड डिलीवरी के लिए $5.3 बिलियन (लगभग 45,100 करोड़ रुपये) और क्विक कॉमर्स के लिए $9.6 बिलियन (लगभग 81,600 करोड़ रुपये) वैल्यूएशन किया है. इसके अलावा, इसने कंपनी की बैलेंस शीट पर अन्य बिजनेस और कैश के लिए लगभग $1.3 बिलियन (लगभग 11,050 करोड़ रुपये) जोड़े हैं.

HSBC ने अनुमान लगाया है कि स्विगी का फूड डिलीवरी बिजनेस ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू में 16% CAGR से बढ़ेगा, जिसमें कंट्रीब्यूशन और EBITDA मार्जिन में मामूली सुधार होगा. क्विक कॉमर्स में स्विगी ने इंस्टामार्ट के लिए अपने विस्तार लक्ष्यों को बढ़ा दिया है, वित्त वर्ष 2025 तक अपने डार्क स्टोर की संख्या को दोगुना करने की योजना बना रही है, जिससे GMV ग्रोथ को बढ़ावा मिलना चाहिए.

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