जुलाई में एक बार फिर डोमेस्टिक पैसेंजर ट्रैफिक में उछाल देखा गया है. DGCA के ताजा एयर ट्रैफिक डेटा (Air Traffic Data) के मुताबिक, जुलाई में 12.98 करोड़ लोगों ने हवाई यात्रा की. ये पिछले साल के मुकाबले 7.33% की बढ़ोतरी है. पिछले साल जुलाई में 12.1 करोड़ लोगों ने हवाई यात्रा की थी.
इस साल जनवरी से जुलाई तक की बात करें तो अब तक कुल 92.33 करोड़ लोगों ने हवाई यात्रा की है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान ये आंकड़ा 88.19 करोड़ था. इस तरह सालाना आधार (YoY) पर ये 4.70% की बढ़ोतरी है.
प्रमुख एयरलाइंस का मार्केट शेयर
इंडिगो (Indigo): डोमेस्टिक पैसेंजर- 8.04 करोड़, मार्केट शेयर बढ़कर 62% हुआ
एयर इंडिया (Air India): डोमेस्टिक पैसेंजर- 1.86 करोड़, मार्केट शेयर घटकर 14.3% हुआ
विस्तारा (Vistara): डोमेस्टिक पैसेंजर- 1.29 करोड़, मार्केट शेयर बढ़कर 10% हुआ
स्पाइसजेट (SpiceJet): डोमेस्टिक पैसेंजर- 4.05 लाख, मार्केट शेयर घटकर 3.1% हुआ
अकासा एयर (Akasa Air): डोमेस्टिक पैसेंजर- 1.21 लाख, मार्केट शेयर घटकर 4.7% हुआ
फ्लाइट कैंसिलेशन से परेशान रहे यात्री
जुलाई में भारी बारिश, आंधी-तूफान के अलावा तकनीकी और ऑपरेशनल कारणों से सैकड़ों उड़ानें कैंसिल हुईं, जिसके चलते यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी.
फ्लाइट कैंसिलेशन की बात करें तो सबसे ज्यादा इंडियावन एयर की 18% फ्लाइट्स कैंसिल हुईं. इसके बाद फ्लाई बिग की करीब 17% उड़ानें कैंसिल हुईं. इन दोनों के बाद अलायंस एयर, फ्लाई91, स्पाइसजेट और इंडिगो का नंबर आता है.
जुलाई में इंडिगो की 2.25% फ्लाइट्स कैंसिल हुईं. हालांकि उड़ानों की संख्या के हिसाब से देखें तो ये आंकड़ा अन्य एयरलाइन की तुलना में ये ज्यादा है. एयर इंडिया और विस्तारा की बात करें तो 0.47% और 0.09% उड़ानें ही कैंसिल हुईं.
लाखों पैसेंजर्स हुए परेशान
जुलाई में फ्लाइट्स कैंसिलेशन और देरी ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी. मौसम और अलग-अलग कारणों से फ्लाइट्स में देर होने और कैंसिल होने के चलते 3 लाख से ज्यादा पैसेंजर्स परेशान हुए. सबसे ज्यादा बुरा हाल इंडिगो का रहा.
जुलाई में एयरलाइन कंपनियों से पैसेंजर्स की शिकायतें भी खूब रहीं. सबसे ज्यादा 498 शिकायतें स्पाइसजेट से जुड़ी थीं. कंपनी का दावा है कि सारीे शिकायतों का समाधान किया गया. एयर इंडिया से जुड़ी 345 और इंडिगो से जुड़ी 131 शिकायतें आईं.