आपके शहर में मौसम कैसा रहेगा, प्रचंड गर्मी होगी या फिर बारिश की संभावना रहेगी... इन सवालों का जवाब देगा जोमैटो (Zomato). बिल्कुल सही पढ़ा आपने. फूड एग्रीगेटर बिजनेस के महारथियों में से एक जोमैटो भी अब सरकारी संस्था IMD की तरह मौसम का पूर्वानुमान जारी करेगा.
सरकारी एजेंसी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अलावा प्राइवेट सेक्टर में देखें तो जोमैटो से पहले वेदर सर्विस में स्काईमेट (Skymet) भी बड़ी कंपनी है. 2003 में लॉन्च हुई कंपनी स्काईमेट को गोदरेज ग्रुप समर्थित ओमनीवोर, डेली मेल और कई बड़ी कंपनियाें का निवेश है.
अब एक और प्राइवेट कंपनी के रूप में जोमैटो वेदर सर्विस में उतर गई है. इस बारे में कंपनी के फाउंडर और CEO दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट X पर एक लंबी पोस्ट लिख कर विस्तार से जानकारी दी है.
देश का पहला क्राउड-सपोर्टेड वेदर इंफ्रा!
दीपिंदर गोयल ने लिखा, 'देश के पहले क्राउड-सपोर्टेड वेदर इंफ्रास्ट्रक्चर वेदर यूनियन (http://weatherunion.com) की शुरुआत करने के लिए उत्साहित हूं.' उन्होंने इसे 650 से ज्यादा ऑन-ग्राउंड वेदर स्टेशनों वाला नेटवर्क बताया.
45 बड़े शहरों में सेवाएं, जल्द होगा विस्तार
गोयल के मुताबिक, वेदर यूनियन की सेवाएं देश के 45 बड़े शहरों में एवलेबल है. जोमैटो की ओर से डेवलप किए गए वेदर स्टेशन, तापमान (Temperature), आर्द्रता (Humidity), हवा की गति (Wind Speed) और बारिश (Rainfall) जैसे प्रमुख वेदर पैरामीटर्स के बारे में वास्तविक जानकारी देंगे. उन्होंने कहा कि देश के अन्य शहरों में भी सेवाओं का विस्तार किया जाएगा.
गोयल का दावा है कि वेदर यूनियन, रिसर्च इंस्टीट्यूट्स और अन्य उद्यमों के लिए मौसम संबंधी सूचनाएं उपलब्ध कराने में सक्षम है. उन्होंने कहा, 'कंपनी के साथ CAS- IIT दिल्ली का भी सहयोग है और हम उम्मीद करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा कंपनियों और संस्थानों को इससे फायदा होगा.'
जोमैटो यूजर्स को भी सुविधा!
दीपिंदर गोयल ने कहा, जोमैटो में ग्राहकों को बेहतर सर्विस देने के लिए सही निर्णय लेना जरूरी था और इसके लिए मौसम की सटीक जानकारी महत्वपूर्ण थी. इसलिए हमने इसका सॉल्यूशन ढूंढने का बीड़ा उठाया.
दरअसल बारिश की स्थिति में जोमैटो की सेवाएं डिस्टर्ब रहती हैं और लोगों को फूड ऑर्डर में दिक्कत होती है. कई बार मौसम की संभावना पर भी सर्विस डिस्टर्ब हो जाती है, अब ऐसी स्थितियां कम होने की संभावना है.
फ्री में मिलेंगी सेवाएं?
गोयल ने अपने पोस्ट में कहा है, 'हम API के माध्यम से देश के सभी संस्थानों और कंपनियों के लिए इसका एक्सेस फ्री रखेंगे. हमारा मानना है कि ये डेटा अपने पास रखने या कमाई करने के लिए बहुत वैल्यूएबल है, इसलिए जोमैटो गिवबैक (Zomato Giveback) के रूप में, हम जनता की भलाई के लिए इस डेटा तक पहुंच फ्री रख रहे हैं.'
हमारी इकोनॉमी की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए कई कंपनियों और पब्लिक इंस्टीट्यूशंस को रियल टाइम वेदर डेटा का इस्तेमाल करना चाहिए.
वेदर स्टेशन के लिए जगह देने की अपील
दीपिंदर गोयल ने लोगों से वेदर स्टेशन लगाने के लिए जगह मुहैया कराने की अपील की है. उन्होंने कहा, 'बहुत सारे जोमैटो कर्मियों ने अपने घरों पर वेदर स्टेशन के लिए जगह दी है. हम इस इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करना चाहते है और ऐसे में उन वॉलेंटियर्स का स्वागत करते हैं, जो अपने घरों में वेदर स्टेशन स्थापित करने के लिए जगह देना चाहते हैं.'
गोयल ने यहां जिस तरह वॉलेंटियर्स शब्द का प्रयोग किया है, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कंपनी वेदर स्टेशन के लिए जगह का किराया नहीं देगी. हालांकि बड़ी बात ये भी है कि उन्होंने वेदर सर्विस डेटा के फ्री एक्सेस की बात कही है.