अक्टूबर में अनुमान से तेज रही औद्योगिक उत्पादन की रफ्तार

विनिर्माण, बिजली और पूंजीगत व उपभोक्ता उत्पाद क्षेत्र के अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन से अक्टूबर, 2012 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक पर आधारित औद्योगिक वृद्धि दर 16 महीने के उच्चतम स्तर 8.2 फीसदी पर पहुंच गई।

औद्योगिक उत्पादन में ऊंची वृद्धि दर महीनों बाद फिर लौट आई है। विनिर्माण, बिजली और पूंजीगत व उपभोक्ता उत्पाद क्षेत्र के अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन से अक्टूबर, 2012 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक पर आधारित औद्योगिक वृद्धि दर 16 महीने के उच्चतम स्तर 8.2 फीसदी पर पहुंच गई। इसे अर्थव्यवस्था की हालत में झटके से सुधार का संकेत मिलता है।

वित्तमंत्री चिदंबरम ने आईआईपी के ताजा आंकड़ों को उत्साहजनक बताया और कहा है कि यह अर्थव्यवस्था में नई कोपलें फूटने का संकेत है। पिछले साल अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन में पांच फीसदी संकुचन हुआ था, जबकि अक्टूबर, 2011 में औद्योगिक वृद्धि दर 9.5 फीसदी थी।

बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक चालू वित्तवर्ष की अप्रैल से अक्टूबर औद्योगिक दर 1.2 फीसदी रही, जो पिछले साल इस दौरान 3.6 फीसदी थी। संशोधित आंकड़ों के अनुसार सितंबर, 2012 में औद्योगिक उत्पादन में गिरावट को संशोधित कर 0.7 फीसदी कर दिया गया है, जबकि पहले यह गिरावट 0.4 फीसदी बताई गई थी।

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 75 फीसदी भारांक रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र ने इस बार अक्टूबर के दौरान 9.6 फीसदी वृद्धि दर्ज की। पिछले साल इसी माह इस क्षेत्र का उत्पादन छह फीसदी घटा था।

औद्योगिक आंकड़ों के कुल मिलाकर अच्छा दिखने वाले सुधार के बावजूद अभी अनेक महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्रों में इस वर्ष अप्रैल-अक्टूबर अवधि में वृद्धि एक फीसदी तक चिपकी रही। 2011-12 की समान अवधि में इन क्षेत्रों में 3.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई थी।
 पूंजीगत उत्पाद क्षेत्र का उत्पादन इस बार अक्टूबर में 7.5 फीसदी बढ़ा, जबकि अक्टूबर, 2011 में यह 26.5 फीसदी घटा था।
 हालांकि अप्रैल-अक्टूबर,2012 में इस क्षेत्र का उत्पादन साल भर पहले से 11.4 फीसदी घटा है। 2011-12 की समान अवधि में इसमें 0.5 फीसदी की कमी आई थी।

अक्टूबर में बिजली उत्पादन 5.5 फीसदी बढ़ा, जबकि पिछले साल के इसी महीने में यह इसमें 5.6 फीसदी की बढ़ोतरी आई। अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में बिजली उत्पादन 4.7 फीसदी बढ़ा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इस क्षेत्र में वृद्धि 8.9 फीसदी थी। अक्टूबर में उपभोक्ता उत्पाद उद्योगों का प्रदर्शन भी अच्छा रहा और इसकी वृद्धि 13.2 रही।

पिछले साल की समान अवधि में इस क्षेत्र की वृद्धि मात्र 0.1 फीसदी थी। चालू वित्तवर्ष की अप्रैल से अक्टूबर की अवधि में उपभोक्ता उत्पाद खंड की वृद्धि दर चार फीसदी के पिछले साल के स्तर पर बनी रही। हालांकि अक्टूबर में खनन क्षेत्र का उत्पादन 0.1 फीसदी घटा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 5.9 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई थी। अप्रैल से अक्टूबर के दौरान इस क्षेत्र के उत्पादन में 0.7 फीसदी की कमी आई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में उत्पादन 2.2 फीसदी घटा था।

आलोच्य माह में 22 में 17 उद्योग समूहों के दौरान उत्पादन वृद्धि दर्ज की गई। टिकाऊ उपभोक्ता खंड में भी तेज वृद्धि दर्ज हुई। अक्टूबर में इस खंड में 16.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई, जबकि पिछले साल के इसी महीने में इस क्षेत्र का उत्पादन 0.4 फीसदी घटा था। अप्रैल से अक्टूबर के दौरान यह 5.6 फीसदी बढ़ा, जबकि पिछले वित्तवर्ष की समान अवधि में 4.5 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई थी।

लेखक NDTV Profit Desk
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