दुनिया भर में मोटापा झेल रहे लोगों की संख्या 100 करोड़ के पार पहुंच गई है. यानी दुनिया में हर 8 में से 1 व्यक्ति मोटा है. इनमें पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या करीब डेढ़ गुना ज्यादा है.
लैंसेट में प्रकाशित WHO और इंपीरियल कॉलेज लंदन की एक स्टडी में ये खुलासा हुआ है. इस स्टडी में 192 देशों के 1990 से 2022 तक के आंकड़ों का एनालिसिस किया गया है.
बीते 3 दशक में मोटापे की समस्या साढ़े 4 गुना से ज्यादा बढ़ गई है. इस एनालिसिस से पता चला है कि 1990 में दुनियाभर में 22.6 करोड़ लोग मोटे थे, जिनमें 12.8 करोड़ महिलाएं, 6.7 करोड़ पुरुष और 3.1 करोड़ बच्चे/अव्यस्क शामिल थे.
2022 में मोटे लोगों का आंकड़ा 103.8 करोड़ के पार पहुंच गया है. इनमें 50.4 करोड़ महिलाएं, 37.4 करोड़ पुरुष और 16 करोड़ बच्चे/अव्यस्क शामिल हैं.
भारत में महामारी न बन जाए मोटापा!
भारत के लिए ये स्टडी इसलिए भी खतरे की घंटी है, क्योंकि 192 देशों में से सबसे ज्यादा मोटे लोग यहीं हैं. यहां करीब 8.25 करोड़ लोग मोटापा झेल रहे हैं. इनमें 4.4 करोड़ महिलाएं, जबकि 2.6 करोड़ पुरुष हैं. चिंता की बात ये भी है कि देश में 1.25 करोड़ से ज्यादा बच्चे भी मोटापे का शिकार हैं.
करीब 3 दशक पहले 1990 में देश में मोटापे के शिकार लोगों का आंकड़ा 39 लाख था. इनमें 24 लाख महिलाएं, 11 लाख पुरुष और 4 लाख बच्चे शामिल थे.
पेट और BMI के हिसाब से मोटापा
मोटापे का आकलन अमूमन 2 तरह से किया जाता है. पेट की गोलाई के हिसाब से देखें तो महिलाओं में 80 सेंटीमीटर और पुरुषों में 94 सेंटीमीटर से ज्यादा गोलाई को मोटापा माना गया है.
वहीं BMI यानी बॉडी मास इंडेक्स के हिसाब से देखें तो 25 से ज्यादा BMI को ज्यादा वजन और 30 से ज्यादा BMI को मोटापे की बीमारी के दायरे में रखा गया है.
भारत में BMI के हिसाब से 23% महिलाएं और 22% पुरुष मोटापे के शिकार हैं, जबकि पेट की गोलाई के हिसाब से 40% महिलाएं और 12% पुरुष मोटापे के शिकार हैं.
भारत के लिए दोहरी चुनौती
मोटापा यानी हाई ब्लडप्रेशर, डायबिटीज, हार्ट डिजीज और कई दूसरी बीमारियों काे बुलावा. ऐसे में खासकर भारत जैसा देश, जहां पहले से ही कुपोषण बड़ी समस्या रही है, वहां मोटापे की समस्या दोहरी मार है.
इस स्टडी में शामिल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मोटापा बढ़ने की सबसे बड़ी वजह गलत लाइफस्टाइल और खानपान को बताया गया है और इसमें पहला नंबर प्रोसैस्ड फूड का है. हेल्थ एक्सपर्ट्स हेल्दी खाना खाने और बेहतर जीवनशैली अपनाने की सलाह देते हैं.