नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड यानी NSDL के IPO का इंतजार अब खत्म हो गया है. ये पब्लिक इश्यू 30 जुलाई को खुलेगा और 1 अगस्त को बंद होगा. देश के सबसे पुराने और सबसे बड़े डिपॉजिटरी में पैसे लगाने की ये शानदार मौका है.
कंपनी के करीब 4,011 करोड़ रुपये के इस IPO की सबसे खास बात ये है कि ये पूरी तरह से OFS यानी ऑफर फॉर सेल है, इसका मतलब है कि कंपनी को इस इश्यू से कोई पैसा नहीं मिलेगा. कंपनी के मौजूदा शेयरधारकों जैसे कि IDBI बैंक, NSE, SBI, HDFC बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अपनी हिस्सेदारी बेचकर बाहर निकल रहे हैं.
NSDL क्या करती है
1996 में ये कंपनी बनी थी. NSDL ने निवेशकों के लिए शेयरों का निवेश और मैनेजमेंट को बहुत आसान बना दिया. ये देश के दो डिपॉजिटरी कंपनियों में से एक है. इसके कंपटीशन में दूसरी कंपनी का नाम CDSL सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज है. CDSL ने अपना फोकस रिटेल निवेशकों पर किया है तो NSDL का ध्यान संस्थागत और बड़े निवेशकों पर है. जिससे इसके पास "एसेट अंडर कस्टडी" (AUC) का एक बड़ा हिस्सा है.
NSDL के वित्तीय प्रदर्शन और बिजनेस मॉडल ने इसे बाजार में एक भरोसेमंद खिलाड़ी बना दिया है. वित्तीय वर्ष 2025 में, कंपनी ने 1,535 करोड़ रुपये की आय 343 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था.
NSDL के IPO की डिटेल्स
प्राइस बैंड: ₹760 से ₹800/शेयर
इश्यू का आकार: ₹4,011 करोड़
न्यूनतम निवेश: ₹14,400 (18 शेयरों का एक लॉट)
इश्यू की तारीख: 30 जुलाई से 1 अगस्त
संभावित लिस्टिंग: 6 अगस्त, 2025 (BSE पर)
NSDL के IPO का बैंड ₹760 से ₹800 प्रति शेयर तय किया गया है. दिलचस्प ये है कि ये अनलिस्टेड बाजार में चल रहे भाव से लगभग 22% कम है. ऐसे में ये निवेशकों के लिए एक आकर्षक हो सकता है. यही नहीं तुलनात्मक रूप से, इसके प्रतिद्वंद्वी CDSL का PE इससे कफी ज्यादा है. इससे NSDL का मूल्यांकन अधिक आकर्षक लगता है.