स्टॉक ब्रोकिंग की दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव लाने के बाद अब जीरोधा की तैयारी एसेट मैनेजमेंट (AMC) की फील्ड में कुछ नया और अलग करने की है. जीरोधा के फाउंडर और CEO नितिन कामत ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि जीरोधा AMC (Zerodha AMC) को SEBI से अंतिम मंजूरी मिल गई है.
जीरोधा AMC, जीरोधा ब्रोकिंग लिमिटेड (Zerodha Broking) और वेल्थ मैनेजमेंट कंपनी स्मॉलकेस (Smallcase) के बीच ज्वाइंट वेंचर से बनी है और अब इसे ऑपरेशंस शुरू करने के लिए आखिरी रेगुलेटरी मंजूरी मिल गई है.
हमारा लक्ष्य है कि हम इंडेक्स फंड के साथ कुछ सिंपल फंड्स और ETFs लेकर आएं जो सभी निवेशक समझ सकें और अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए उसमें निवेश कर सकें.नितिन कामत, फाउंडर और CEO, जीरोधा
जीरोधा के फाउंडर, नितिन कामत ने X (Twitter) पर एक पोस्ट के जरिए ये जानकारी साझा की. नितिन कामत ने पोस्ट में म्यूचुअल फंड शुरू करने के पीछे की प्रेरणा का भी जिक्र किया.
नितिन ने लिखा, 'म्यूचुअल फंड शुरू करने के पीछे हमारे दो लक्ष्य हैं. पहला तो ये कि भारतीय बाजारों में लोगों की कम भागीदारी, जो हमारे लिए एक मौका भी है और चुनौती भी है. पिछले 3 साल में इतनी शानदार ग्रोथ के बावजूद देश में सिर्फ 6-8 करोड़ म्यूचुअल फंड और इक्विटी इन्वेस्टर हैं. दूसरा ये कि अगर हमें बाजार में अगले 1 करोड़ निवेशकों को लाना है तो इसके लिए हमें उनके लिए आसानी से समझ में आने वाले प्रोडक्ट्स लॉन्च करने होंगे और म्यूचुअल फंड्स इस काम के लिए बिल्कुल सटीक होंगे'.
आपको बता दें कि पैसिव फंड्स (Passive Funds), निवेशकों के लिए कम लागत के साथ निवेश करने का जरिया होते हैं. पैसिव स्ट्रैटेजी के तहत AMCs, इंडेक्स फंड, ETFs लॉन्च करती हैं जिससे निवेशक सीधे तौर पर इंडेक्स में निवेश का फायदा ले पाते हैं.
मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल के मार्च तक भारत में पैसिव फंड्स में कुल 7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश है. ये आंकड़ा 5 साल पहले के आंकड़े से करीब 8.5 गुना है और इसमें हर साल करीब 54% की रेट से ग्रोथ भी हो रही है.
1 हफ्ते में ही 2 कंपनियों को मंजूरी
ये हफ्ता (7-12 अगस्त) AMC इंडस्ट्री के लिए एक्शन से भरपूर रहा. गुरुवार को दिग्गज निवेशक और हीलियस कैपिटल (Helios Capital) के फाउंडर, समीर अरोड़ा ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी दी कि हीलियस म्यूचुअल फंड (Helios Mutual Fund) को SEBI से मंजूरी मिल गई है.
दिलचस्प होगा कंपटीशन
जानकारों का मानना है कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में ग्रोथ का अगला फेज, पैसिव फंड्स में आएगा. हालांकि इस स्पेस में मुकाबला दिलचस्प होने वाला है. हाल ही में रिलायंस ग्रुप (RIL) की कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने दुनिया के सबसे बड़े फंड मैनेजर, ब्लैकरॉक के साथ अपनी पार्टनरशिप का ऐलान किया है. दुनिया का सबसे बड़ा मनी मैनेजर ब्लैकरॉक, अपनी पैसिव स्ट्रैटेजी के लिए भी जाना जाता है.