HDFC बैंक के ADR ( U.S.-listed shares of HDFC Bank Ltd.) में लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट देखने को मिली है. बुधवार को HDFC बैंक के अमेरिका के NYSE में लिस्ट शेयरों में 9% से ज्यादा की गिरावट रही है. शेयरों में ये गिरावट बैंक के तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद देखी जा रही है.
अप्रैल 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट
बुधवार को HDFC बैंक का ADR 9.38% गिरकर 55.44 डॉलर तक फिसल गया जो कि 3 अप्रैल, 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है. इसके पहले मंगलवार को भी शेयर में 7% तक की गिरावट देखने को मिली थी.
बुधवार को HDFC बैंक के शेयरों में करीब 9% की गिरावट देखने को मिली थी, जिसने भारतीय बाजारों पर दबाव बनाया और निवेशकों के 92,984 करोड़ रुपये साफ हो गए, जो कि 23 मार्च, 2020 के बाद सबसे ज्यादा हैं.
कैसे रहे HDFC बैंक के Q3 नतीजे
HDFC बैंक का दिसंबर तिमाही में मुनाफा तिमाही आधार पर 2.5% बढ़ा है. अक्टूबर-दिसंबर के बीच बैंक का मुनाफा 15,976 करोड़ से बढ़कर 16,373 करोड़ रुपये रहा है. वहीं ब्लूमबर्ग के एनालिस्ट पोल में बैंक को इस तिमाही में 15,763 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान था. ध्यान देने की बात ये है कि बैंक को इनकम टैक्स विभाग से 1500 करोड़ रुपये का टैक्स बैक मिला है.
बैंक की ब्याज आय में भी इस तिमाही में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिली. हालांकि कंपनी के NII में बढ़त बाजार के अनुमान से कम रही है. दिसंबर तिमाही में HDFC बैंक की NII 27,385 करोड़ से बढ़कर 28,471 करोड़ रुपये रही है.
आपको बता दें कि HDFC के साथ HDFC बैंक के मर्जर की वजह से इन आंकड़ों की तुलना सालाना आधार पर नहीं की जा सकती.
HDFC बैंक Q3 नतीजे (QoQ)
मुनाफा 15,976 करोड़ से बढ़कर 16,373 करोड़ रुपये
NII 27,385 करोड़ से बढ़कर 28,471 करोड़ रुपये
ग्रॉस NPA 1.34% से घटकर 1.26%
नेट NPA 0.35% से घटकर 0.31%
आखिरी Q3 नतीजों में क्या चूक हुई
बाजार को जिस तेजी के साथ HDFC बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) बढ़ने की उम्मीद थी, उस तेजी से नहीं बढ़ी. बाजार को उम्मीद थी कि NII में 8% की ग्रोथ देखने को मिलेगी, लेकिन ये 4% ही रही.
HDFC बैंक की डिपॉजिट ग्रोथ भी मजबूत नहीं रही.
तीसरी तिमाही में प्रॉविजनिंग में उम्मीद से ज्यादा बढ़ोतरी के चलते HDFC बैंक के मुनाफे पर दबाव रहा. प्रॉविजनिंग बढ़कर 4,216.6 करोड़ रुपये रही, जो कि तिमाही दर तिमाही 50% ज्यादा है.
डिपॉजिट के मोर्चे पर बैंक ने करीब 41,000 करोड़ रुपये जोड़े, जो कि गाइडेंस से कम थे, और ये बैंक की शाखा विस्तार की स्पीड सुस्त रहने की वजह से भी काफी चिंताजनक है.