जेफरीज ने कमजोर ई-कॉमर्स ग्रोथ अनुमानों का हवाला देते हुए डेल्हीवरी (Delhivery) के लिए अपने टारगेट प्राइस को 690 रुपये से घटाकर 515 रुपये कर दिया है. ब्रोकरेज ने स्टॉक पर अपनी 'खरीद' रेटिंग बनाए रखी है.
गुरुवार को जारी FY25 की दूसरी तिमाही के नतीजों में कंपनी ने कम B2C वॉल्यूम के बावजूद कॉस्ट कंट्रोल के कारण पॉजिटिव Ebitda मेनटेन रखा है.
डेल्हीवरी Q2 नतीजे (कंसो, YoY))
नेट प्रॉफिट 81% घटा, 54.4 करोड़ रुपये से घटकर 10.2 करोड़ रुपये
रेवेन्यू 0.8% बढ़ा, 2,172.3 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,189.7 करोड़ रुपये
Ebitda 41% घटा, 97.1 करोड़ रुपये से घटकर 57.3 करोड़ रुपये
कंपनी ने अपने इस प्रदर्शन के लिए कास्ट कंट्रोल के लिए उठाए गए कदमों को जिम्मेदार बताया है. अगर B2C वॉल्यूम 10% से नीचे ही बनी रहेगी तो इस पर आगे भी काम जारी रहने की उम्मीद है.
क्या है कंपनी की चुनौतियां और आउटलुक?
जेफरीज ने कमजोर ई-कॉमर्स ग्रोथ को चिंता के रूप में बताया, जिसमें डेल्हीवरी के B2C वॉल्यूम ने इस तिमाही केवल 2% YoY ग्रोथ दर्ज की है. ब्रोकरेज ने कंपनी के लिए अपने FY25-27 रेवेन्यू अनुमानों को 5-10% तक कम कर दिया, जो इंडस्ट्री में चल रही वॉल्यूम चुनौतियों को दर्शाता है.
डेल्हीवरी का मैनेजमेंट मीडियम टर्म के बारे में पॉजिटिव बना हुआ है, जिसमें ई-कॉमर्स प्लेयर्स के लिए डार्क वेयरहाउस और फेस्टिव सीजन वॉल्यूम में निरंतर रिकवरी जैसी बातों पर घ्यान दिया गया है. जो प्री-फेस्टिव लेवल की तुलना में अक्टूबर में 25% अधिक था.
शेयर का परफॉर्मेंस
डेल्हीवरी का शेयर इंट्रा डे में दोपहर 12:10 तक 0.71% गिरकर 328 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था. कंपनी का शेयर पिछले 12 महीनों में ये 16.71% गिर चुका है, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स 21.52 पर था.
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, डेल्हीवरी पर नजर रखने वाले 23 एनालिस्ट में से 19 ने स्टॉक पर 'खरीद' रेटिंग दी है और चार 'होल्ड' की सलाह देते हैं.