मूडीज ने भारत की 'Baa3' रेटिंग बरकरार रखी, आउटलुक भी स्थिर बताया

मूडीज ने उम्मीद जताई है कि कम से कम 2 साल तक भारतीय इकोनॉमी की ग्रोथ रेट G-20 के बाकी देशों से ज्यादा रहेगी

Source: Reuters

मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज (Moody's Investors Services) ने भारत की क्रेडिट रेटिंग 'Baa3' बरकरार रखी है. वहीं आउटलुक को भी स्थिर बताया है. एजेंसी ने उम्मीद जताई है कि आने वाले कुछ वक्त के लिए भारत की ग्रोथ रेट G-20 देशों में सबसे ज्यादा रहेगी.

मूडीज ने रेटिंग पुष्टि और स्थिर आउटलुक की वजह बताते हुए कहा, 'हमारा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय पैमानों के हिसाब से भारतीय इकोनॉमी लगातार विकास करेगी, हालांकि बीते 7 से 10 सालों में संभावित विकास में कुछ कमी आई है.'

मूडीज ने कहा कि बेहतर GDP ग्रोथ से इनकम का बढ़ता स्तर और तेज होगा. ओवरऑल इकोनॉमिक मजबूती आएगी. बदले में इससे धीरे-धीरे फिस्कल कंसोलिडेशन और गवर्मेंट डेट स्टैबलाइजेशन होगा.

रेटिंग एजेंसी ने कहा, 'फाइनेंशियल सेक्टर लगातार मजबूत हो रहा है, जिससे ज्यादातर इकोनॉमिक और कॉन्टिंजेंट लायबिलिटी रिस्क कम हुए हैं, इन्हीं फैक्टर्स के चलते पहले डाउनग्रेड रेटिंग प्रेशर तेज हुआ था.'

एजेंसी ने कहा, 'Baa3 रेटिंग और स्टेबल आउटलुक में नागरिक समाज और राजनीतिक असहमति में कटौती को भी शामिल किया गया है, जो घरेलू राजनीतिक जोखिमों के चलते और बढ़ रही है.'

G-20 देशों में सबसे ज्यादा ग्रोथ रेट

मूडीज को उम्मीद है कि कम से कम 2 साल तक तो भारत G-20 के सभी देशों की तुलना में ज्यादा ग्रोथ रेट हासिल करेगा. इसकी वजह तेज घरेलू मांग है. अंतरराष्ट्रीय पैमानों के हिसाब से इस तेज ग्रोथ रेट के चलते कम आय में वृद्धि होगी, जिससे आर्थिक मजबूती आएगी.

मूडीज ने बताया कि अब भारत की ग्रोथ रेट 6% से 6.5% रहने की संभावना जताई गई है, जो कोविड के दौरान के आकलन से कहीं ज्यादा है. लेकिन ये अब भी बीते दशक में 7% से ज्यादा के आकलनों से कम है.

एजेंसी ने कहा, 'भारत की कमजोर फिस्कल स्ट्रेंथ, सॉवरीन क्रेडिट प्रोफाइल में एक अहम कमजोरी है, जो ऊंची इकोनॉमिक स्ट्रेंथ को संतुलित करती है.'

Also Read: मूडीज ने घटाई अमेरिका के 10 छोटे-मझोले बैंकों की रेटिंग, अब बड़े बैंकों की बारी?