'बाजार अस्थिर रहा तो ब्याज दरें नहीं बढ़ाएंगे', BoJ डिप्टी गवर्नर का बयान, येन 2% तक टूटा, निक्केई में 3.5% की तेजी

उचिडा ने कहा कि जापान की करेंसी येन की हालिया मजबूती बैंक ऑफ जापान के पॉलिसी फैसलों पर असर डालेगी, क्योंकि इससे इंपोर्ट कीमतों पर ऊपरी दबाव कम हो जाता है, इसलिए महंगाई पर असर पड़ता है.

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बैंक ऑफ जापान (BOJ) के डिप्टी गवर्नर शिनिची उचिडा (Shinichi Uchida) ने कहा है कि जब तक शेयर बाजार में अस्थिरता रहेगी, ब्याज दरें नहीं बढ़ाई जाएंगी उनका ये बयान शेयर बाजार में पिछले कुछ दिनों से चली आ रही उथल-पुथल के बाद आया है.

डिप्टी गवर्नर के बयान से चढ़ा निक्केई, गिरा येन 

31 जुलाई के बाद जब बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरें बढ़ाई थीं, तब से किसी BOJ सदस्य का ये पहला कमेंट है, जिसे मार्केट ने हाथों हाथ लिया है,इस बयान के बाद जापान के बाजार निक्केई में 3.5% का जबरदस्त उछाल आया है, निक्केई 1,100 अंकों से ज्यादा की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है, तो दूसरी तरफ जापान की करेंसी येन भी डॉलर के मुकाबले 2% कमजोर हुई है, इंट्राडे में ये 147.50 के स्तर तक गिरा है, सोमवार को येन 7 महीने की ऊंचाई 141.675 पर पहुंच गया था.

  • जापान के बाजार निक्केई में 1,100 अंकों (3.5%) की जोरदार तेजी

  • डॉलर के मुकाबले येन 2% टूटा, 147.50 के स्तर तक गिरा

  • सोमवार को येन 7 महीने की ऊंचाई 141.675 पर पहुंच गया था

मौजूदा पॉलिसी को बनाए रखने की जरूरत

उजिडा ने कहा 'मेरा मानना ​​है कि बैंक को फिलहाल मौजूदा पॉलिसी रेट्स के साथ मॉनिटरी सहजता बनाए रखने की जरूरत है, क्योंकि देश और विदेश में वित्तीय और पूंजी बाजार काफी अस्थिर है.

डिप्टी गवर्नर उचिडा का मानना है कि यूरोप और अमेरिका में पॉलिसी रेट्स में बढ़ोतरी की प्रक्रिया के उलट, जापान की अर्थव्यवस्था ऐसी स्थिति में नहीं है, जहां बैंक एक तय गति से पॉलिसी रेट्स में बढ़ोतरी नहीं करने पर पीछे रह जाए' इसलिए, वित्तीय और पूंजी बाजार अस्थिर होने पर बैंक अपनी नीतिगत ब्याज दर नहीं बढ़ाएगा'.

जापान की करेंसी येन की हालिया मजबूती बैंक ऑफ जापान के पॉलिसी फैसलों पर असर डालेगी, क्योंकि इससे इंपोर्ट कीमतों पर ऊपरी दबाव कम हो जाता है, उचिडा ने कहा कि इसलिए महंगाई पर असर पड़ता है. उन्होंने कहा, शेयर बाजार की अस्थिरता कॉरपोरेट गतिविधियों और खपत को प्रभावित करके बैंक ऑफ जापान के फैसले पर भी असर डालेगी.

उचिडा ने कहा कि हमारी ब्याज दरों का रास्ता साफ तौर पर बदल जाएगा अगर बाजार की अस्थिरता के नतीजतन, हमारे आर्थिक पूर्वानुमान, जोखिमों पर आउटलुक बदल जाते हैं. उन्होंने कहा कि हम अर्थव्यवस्था पर बाजार के असर को लेकर पैनी नजर रख रहे हैं. फिलहाल जो मौजूदा ढील है, उसे ही मजबूती के साथ जारी रखने की जरूरत है.