Indian Rupee Vs Dollar: भारतीय रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तीन हफ्ते से ज्यादा की ऊंचाई पर बंद हुआ. इसमें लगातार तीसरे सेशन में मजबूती देखने को मिली. दरअसल बैंकों ने फॉरेन फंड इनफ्लो की वजह से लगातार डॉलर की बिकवाली की है.
ब्लूमबर्ग डेटा के मुताबिक स्थानीय करेंसी डॉलर के मुकाबले 23 पैसे की तेजी के साथ 86.57 पर बंद हुई. ये छह पैसे की तेजी के साथ 86.74 पर खुली थी.
डॉलर इंडेक्स में थोड़ी तेजी
सेशन के दौरान रुपया 26 पैसे चढ़कर 86.54 पर पहुंच गया, जो 21 फरवरी के बाद इसका सबसे ऊंचा स्तर है. भारतीय करेंसी सोमवार को 86.80/ डॉलर पर बंद हुई थी. भारत में फरवरी में $21.35 बिलियन की उम्मीद के मुकाबले $14.05 बिलियन का मर्चेंडाइज ट्रेड डेफिसिट रहा.
हालांकि एशिया सेशन में अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में थोड़ी तेजी देखी गई. रिटेल सेल्स डेटा के बाद अमेरिकी में मंदी की संभावना कम हुई है, जिससे इंडेक्स में तेजी आई. यूरोपीय सेशन में DXY लाल निशान में वापस चला गया. डॉलर इंडेक्स 0.09% गिरकर 103.28 पर मौजूद है.
जर्मनी में फिस्कल डील की उम्मीद में यूरो पांच महीने की ऊंचाई पर पहुंच गया. जर्मनी के चांसलर इन वेटिंग Friedrich Merz ने कहा कि उन्हें ग्रीन्स से 500 बिलियन यूरो के फंड को लेकर समर्थन मिला है, जिससे यूरोपीय की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा.
कच्चा तेल के दाम में इजाफा
अप्रैल में दोबारा दरों में कटौती की उम्मीद के चलते फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशक डेट में पैसा लगा रहे हैं. मंगलवार को दूसरी बार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से ओपन मार्केट ऑपरेशन पर्चेज देखने को मिली, जिससे बाजार को लिक्विडिटी मिली.
वहीं पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की वजह से कच्चे तेल की कीमतें $72/ बैरल के आंकड़े को पार कर गई हैं. इजराइल ने गाजा पर ढाई महीने के सीजफायर के बाद मिलिट्री स्ट्राइक की. कच्चा तेल 1.36% की तेजी के साथ $72.04/ बैरल पर पहुंच गया.