अगस्त में थोक महंगाई दर बढ़कर -0.52% , लगातार 5वें महीने निगेटिव

थोक महंगाई दर में लगातार दर्ज की जा रही गिरावट, मिनरल ऑयल, बेसिक मेटल्स, केमिकल्‍स और केमिकल प्रोडक्ट्स कीमतों में आई कमी की वजह से है.

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August WPI: अगस्त महीने में थोक महंगाई दर जुलाई के -1.36% से बढ़कर -0.52% रही है, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (Ministry of Commerce & Industry) ने गुरुवार को इसके आंकड़े जारी किए.

लगातार 5 महीने से निगेटिव WPI

थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी के बावजूद ये लगातार पांचवां महीना है जब WPI दर निगेटिव जोन में बनी हुई है. हालांकि थोक महंगाई दर अप्रैल से ही निगेटिव जोन में है, पिछले साल अगस्त में थोक महंगाई दर 12.48% थी. मासिक आधार पर जुलाई में -1.36% के मुकाबले अगस्त में इसमें 0.84% की बढ़ोतरी देखने को मिली.

क्यों कम हो रही थोक महंगाई दर?

अप्रैल में WPI महंगाई का आंकड़ा -0.92% रहा था, जबकि मई में -3.61% और जून में -4.12% था, जुलाई में ये आंकड़ा -1.36% हो गया और अगस्त में ये -0.52% रहा. यानी 5 महीनों से थोक महंगाई दर निगेटिव बनी हुई है.

फूड आर्टिकल्स की महंगाई दर अगस्त में भी डबल डिजिट में 10.60% रही है, जुलाई में ये 14.25% थी.

मंत्रालय ने बताया कि, थोक महंगाई दर में लगातार आई गिरावट, खनिज तेल, बेसिक मेटल्स, केमिकल्‍स और केमिकल प्रोडक्ट्स, टेक्सटाइल्स, फूड प्रोडक्‍ट्स, नॉन-फूड आर्टिकल्स की कीमतों में आई गिरावट की वजह से दर्ज की गई है.

अगस्त में थोक महंगाई दर (YoY)

  • प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर 7.57% से घटकर 6.34%

  • ईंधन-बिजली की थोक महंगाई दर -12.79% से बढ़कर -6.03%

  • मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई -2.51% से बढ़कर -2.37%

  • अगस्त में थोक खाद्य महंगाई दर 7.75% से घटकर 5.62% रही

अगस्त में रिटेल महंगाई में हल्की राहत

इसके पहले अगस्त रिटेल महंगाई के आंकड़े जारी हुए थे, अगस्त में CPI महंगाई दर 6.83% रही है, जो एक बार फिर से RBI की टार्गेट रेंज से ज्यादा है. इसके पिछले महीने रिटेल महंगाई दर जुलाई में 7.44% रही थी, जो कि 15 महीने का उच्चतम स्तर था. ब्लूमबर्ग के एनालिस्ट पोल में इसके 7.1% होने का अनुमान जताया गया था. ये लगातार दूसरा महीना है जब रिटेल महंगाई दर रिजर्व बैंक की लक्ष्मण रेखा से ऊपर है, क्योंकि जून में रिटेल महंगाई दर 4.81% रही थी.