US Fed Policy: सितंबर में रेट कट तय! फेड ने दिए साफ संकेत, महंगाई काबू में लेकिन बेरोजगारी ने बढ़ाई चिंता

ब्लूमबर्ग इकॉनाॅमिस्‍ट्स के सर्वे में भी पूर्वानुमान लगाया गया था कि US फेड दरों को स्थिर रखेगा.

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US FED Policy Announcements: अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US-FED) लगातार आठवीं बार ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है और महंगाई में कमी आने तक 'वेट एंड वॉच' की पॉलिसी को बरकरार रखा है. उम्‍मीद भी यही जताई जा रही थी कि इस बार पॉलिसी रेट 'अनचेंज्‍ड' रखी जाएगी. फेड ने ब्‍याज दरों में कटौती को सितंबर में होने वाली अलगी मीटिंग तक के लिए टाल दिया है.

बुधवार को जारी बयान के अनुसार, फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ने जुलाई मीटिंग में सर्वसम्मति से अपनी प्रमुख ब्याज दर को 5.25-5.50% पर बनाए रखने का फैसला किया. ब्लूमबर्ग इकॉनाॅमिस्‍ट्स के सर्वे में भी पूर्वानुमान लगाया गया था कि फेड दरों को स्थिर रखेगा.

केंद्रीय बैंक ने पिछले साल जुलाई में दरों में 25 बेसिस प्‍वाइंट्स की बढ़ोतरी की थी, जिससे बेंचमार्क दर 22 वर्षों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी. हालांकि, उसके बाद से लगातार इसने दरों को बरकरार (Unchanged) रखा है.

अमेरिकी महंगाई पर फेड

US फेड ने बयान में कहा, 'पिछले एक साल में महंगाई में कमी आई है, लेकिन ये कुछ हद तक ज्‍यादा बनी हुई है. हाल के महीनों में, महंगाई को लेकर कमिटी के लक्ष्‍य (2%) की दिशा में कुछ और प्रगति हुई है.

इस महीने की शुरुआत में, डेटा से पता चला कि जून के लिए US कोर कंज्‍यूमर प्राइस इनफ्लेशन मई से 0.1% बढ़ी, जो अगस्त 2021 के बाद से सबसे छोटी बढ़त है.

फेडरल रिजर्व को फिलहाल महंगाई के 2% से नीचे आने का कम भरोसा है. US फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा, 'महंगाई अपने हाई से काफी घटी है, मगर अभी दबाव बरकरार है. इकोनॉमिक आउटलुक अनिश्चित बना हुआ है और कमिटी अपने दोहरे मैंडेट के दोनों पक्षों के जोखिमों को लेकर चौकस है.'

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फेड का फोकस ज्‍यादा रोजगार पर

जेरोम पॉवेल ने कहा, 'फेड का फोकस कम से कम महंगाई और ज्यादा से ज्यादा रोजगार है. जॉब मार्केट स्ट्रॉन्ग है, मगर अभी ओवर हीटेड नहीं हुआ है. US लेबर मार्केट पर फेड का कहना है कि बेरोजगारी दर बढ़ी है, लेकिन नौकरी में बढ़ोतरी से ये कम बनी हुई है.

जेरोम पॉवेल ने कहा, 'अगर लेबर मार्केट अप्रत्याशित रूप से कमजोर होता है या महंगाई अनुमान से अधिक तेजी से गिरती है, तो हम रेस्‍पॉन्‍ड करने के लिए तैयार हैं.'

'जरूरी नहीं कि रेट कट हो ही'

प्रेस कॉन्फ्रेंस में पॉवेल ने जोर देकर कहा कि सितंबर मीटिंग या उसके बाद की मीटिंग्‍स पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि अगर अमेरिकी इकोनॉमी म‍जबूत बनी रहती है, लेकिन महंगाई भी बनी रहती है, तो केंद्रीय बैंक जब तक जरूरत हो, दरों को बरकरार (Unchanged) रख सकता है.

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