FY23 में 30% के स्लैब में टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़कर हुई 60 लाख

राज्यसभा में पंकज चौधरी ने जो संख्या बताई उसके मुताबिक 30% वाले स्लैब में टैक्सपेयर्स FY22 में 48.4 लाख थे, अब बढ़कर FY23 में 60.8 लाख हो गए हैं.

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30% टैक्स स्लैब के तहत टैक्स देने वाले टैक्सपेयर्स की संख्या में इजाफा हुआ है. वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सोमवार को राज्यसभा में बताया कि अकेले FY23 में 60 लाख से अधिक टैक्सपेयर्स 30% टैक्स स्लैब में हैं. वित्त राज्य मंत्री टैक्स बेस बढ़ाने के सरकार की कोशिशों के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे.

FY23 में 60.8 लाख हो गए टैक्सपेयर्स

राज्यसभा में पंकज चौधरी ने जो संख्या बताई उसके मुताबिक 30% वाले स्लैब में टैक्सपेयर्स FY22 में 48.4 लाख थे, अब बढ़कर FY23 में 60.8 लाख हो गए हैं. पुरानी टैक्स प्रणाली के मुताबिक हर साल 10 लाख रुपये से अधिक की कुल आय वाले व्यक्ति 30% की टैक्स स्लैब में आते हैं. वहीं नई टैक्स प्रणाली में, इस सीमा को बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दी गई है. इसमें NRIs और वरिष्ठ नागरिक शामिल नहीं हैं.

FY22 में 33% बढ़ा ग्रॉस टैक्स कलेक्शन

पिछले पांच वर्षों में ग्रॉस टैक्स कलेक्शन के आंकड़ों से ये भी पता चला है कि FY22 में टैक्स कलेक्शन 33% से बढ़कर 27.1 लाख करोड़ रुपये हो गया था, जो कि कोविड से पहले 20.3 लाख करोड़ रुपये था.

वित्त राज्य मंत्री ने देश में टैक्स कलेक्शन बढ़ाने के लिए विभाग द्वारा किए गए सिस्टम से संबंधित कोशिशों को भी जिक्र किया. जिसमें वित्तीय लेनदेन के नए विवरणों को जोड़ना, नॉन फाइलर्स मॉनिटरिंग सिस्टम के लिए ई-अभियान, जोखिम प्रबंधन रणनीति, वार्षिक सूचना प्रणाली, पैन से आधार को जोड़ना वगैरह शामिल है.

टैक्स एरियर

एक अलग सवाल का जवाब देते हुए वित्त राज्य मंत्री ने जनवरी 2023 तक टैक्स एरियर और रिकवरी के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने FY23 के लिए एक एनुअल सेंट्रल एक्शन प्लान जारी किया है, जिससे समयबद्ध लक्ष्य के तहत एरियर डिमांड को हासिल किया जा सके.