ऑनलाइन खरीदारी करते समय इन 3 तरह के झांसों से बचें, वरना खाली हो जाएगी जेब

आजकल ज्यादातर लोग ऑनलाइन चीजें खरीदते हैं. लेकिन कई बार सहूलियत और पैसे की बचत करना पड़ जाता है भारी

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आजकल ज्यादातर लोग ऑनलाइन खरीदारी करते (Online Shopping) हैं. इसका मुख्य कारण सहूलियत और पैसे की बचत (Savings) करना रहता है. महंगाई (Inflation) ज्यादा है और इससे हर परिवार के बजट पर असर पड़ रहा है. ऑनलाइन खरीदारी में व्यक्ति का ज्यादा खर्च नहीं होना चाहिए. लेकिन कई बार वेबसाइट या प्लेटफॉर्म गलत तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. व्यक्ति को इस तरह की ऑनलाइन धोखाधड़ी (Online Fraud) से बचना चाहिए. आइए ऐसी तीन तरह की धोखाधड़ी को जान लेते हैं, जिनसे आपको बचकर रहना चाहिए.

शॉपिंग लिस्ट में अतिरिक्त चीजें

ये आम तौर पर देखा जाता है कि ऑनलाइन वेबसाइट पर एयरलाइन टिकट बुकिंग या कपड़ों की खरीदारी के समय आपकी इजाजत के बिना बास्केट में कुछ अतिरिक्त चीजें जोड़ दी जाती हैं. अक्सर ये चीजें बहुत छोटी होती है, जिसकी वजह से अक्सर लोगों का इस ओर ध्यान भी नहीं जाता. आमतौर पर हवाई सफर के लिए इंश्योरेंस को इसी तरह चुपके से बेचा जाता है. शॉपिंग के साथ चुपके से कई बार डोनेशन भी लिया जाता है.

ये बहुत सी जगहों में होता है और इससे निपटने का सबसे अच्छा तरीका है कि व्यक्ति सावधान रहे और उसे पता हो कि कितने पैसे देने हैं. इसके अलावा कुल कीमत के ब्रेक अप पर भी ध्यान दें, क्योंकि इससे पता लग जाएगा कि क्या कोई अतिरिक्त आइटम को जोड़ा गया है या नहीं. जब हम ऑनलाइन किराने का सामान खरीदते हैं तो कई बार बास्केट में अतिरिक्त आइटम भी हो सकते हैं. इसलिए खरीदी गई चीजों की पूरी लिस्ट को ध्यान से देखना चाहिए.

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सब्सक्रिप्शन का झांसा

कई बार किसी प्लेटफॉर्म में सब्सक्रिप्शन लेना बेहद आसान होता है. लेकिन उसे कैंसिल करने में बहुत परेशानी आती है. इससे व्यक्ति झांसे में फंस सकता है, क्योंकि बिलिंग हर महीने जारी रहती है तो वो लगातार सर्विसेज के लिए पैसे देता रहता है. हालांकि जब वो इससे बाहर निकलना चाहता है तो प्रक्रिया बेहद जटिल होती है. कई बार लोग इसे बीच में छोड़ देते हैं, मगर उनकी बिलिंग लगातार जारी रहती है.

कई बार आपसे सब्सक्रिप्शन को रद्द करने के लिए फोन पर एजेंट से बात करने के लिए कहा जाता है. इससे निपटने का सबसे अच्छा तरीका ये है कि आप साइन-अप करने से पहले ही सब्सक्रिप्शन की डिटेल्स के बारे में पता कर लें. ताकि आपको पता हो कि इससे बाहर कैसे निकलना है.

अतिरिक्त चार्जेज

कई बार खरीदारी की कुल कीमत का सीधे जिक्र नहीं होता है. और ऐसा हो सकता है कि खरीदारी के बाद कीमत में कुछ चार्ज जोड़ दिया जाए. इससे व्यक्ति के बजट पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है क्योंकि उसे पहले इसकी जानकारी नहीं होती. कई बार व्यक्ति डील को रद्द भी नहीं कर सकता, क्योंकि इससे अतिरिक्त पैसे देने होंगे. एक्स्ट्रा सरचार्ज या ट्रांसपोर्ट या डिलीवरी से जुड़ी कोई लागत से भी चीज के कुल दाम में इजाफा होता है. क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने पर भी चार्ज लगता है. व्यक्ति को हमेशा भुगतान करने से पहले कुल चार्ज को देखना चाहिए.

अर्णव पंड्या

(लेखक Moneyeduschool के फाउंडर हैं)

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