रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद, समझें इसके पीछे वजह

U.S. फेडरल रिजर्व ने लगातार पांचवीं बार अपनी ब्याज दर को भी स्थिर रखा है. उसने इस साल तीन बार रेट में कटौती का भी संकेत दिया है.

Source: Canva

भारतीय रुपये शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ. स्थानीय करेंसी डॉलर के मुकाबले 28 पैसे गिरकर 83.43 रुपये पर बंद हुई. ब्लूमबर्ग डेटा के मुताबिक ये गुरुवार को 83.15 रुपये पर बंद हुई थी.

इससे पहले रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिरकर 13 दिसंबर 2023 के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया थी. इंट्राडे में स्थानीय करेंसी 25 पैसे की गिरावट के साथ डॉलर के मुकाबले 83.41 रुपये पर पहुंच गई.

U.S. फेडरल रिजर्व ने लगातार पांचवीं बार अपनी ब्याज दर को भी स्थिर रखा है. उसने इस साल तीन बार रेट में कटौती का भी संकेत दिया है.

एक्सपर्ट्स ने क्या कहा?

कोटक सिक्योरिटीज में हेड ऑफ करेंसी डेरिवेटिव्स विकास बजाज ने कहा कि पिछले कुछ दिनों के दौरान सिस्टम में डॉलर की किल्लत देखने को मिली है जिससे रुपये पर दबाव पड़ा है. उनके मुताबिक व्यापारी बेहतर रिटर्न के लिए दूसरी एशियन करेंसी के मुकाबले रुपये में खरीदारी कर रहे हैं.

इसके अलावा उन्होंने बताया कि RBI ने दो हफ्ते पहले अपने 5 बिलियन डॉलर के FX स्वैप की डिलीवरी ली है. इस वजह से रातों-रात डॉलर-रुपये का फॉरवर्ड रेट दबाव में आ गया है.

चीनी युआन में भी गिरावट

करेंसी ट्रेडर्स के मुताबिक रुपये में कमजोरी की एक वजह शुरुआती कारोबार के दौरान ऑफशोर चीनी युआन में गिरावट भी है. चीनी युआन ऑफशोर मार्केट में आज गिरकर चार महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया.

बैंक ऑफ जापान के अपनी नेगेटिव ब्याज दर की पॉलिसी को खत्म करने के बाद डॉलर में मजबूती और जापानी येन में तेज गिरावट आई है. इससे युआन पर असर पड़ा है. करेंसी ट्रेडर्स को उम्मीद है कि RBI करीब 83.40 रुपये/ डॉलर पर आने पर डॉलर/ रुपये मार्केट में दखल देगा जिससे रुपये में और ज्यादा गिरावट को रोका जा सके.

Also Read: डॉलर के मुकाबले रुपया आज फिर रिकॉर्ड निचले स्तर 83.35 पर हुआ बंद