2,000 रुपये के नोट बंद होने के बाद 500 रुपये के नोट के सर्कुलेशन में तेज उछाल देखने को मिला. इसकी जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी सालाना रिपोर्ट में दी है.
रिजर्व बैंक के मुताबिक, FY24 में नोटों का सर्कुलेशन सालाना आधार पर 7.8% बढ़कर 14,687.5 करोड़ रहा.
नोट के सर्कुलेशन में, 500 रुपये के नोट की तादाद सबसे ज्यादा रही. इसमें सालाना आधार पर 16.5% की बढ़ोतरी हुई और 6,017.7 करोड़ 500 रुपये के नोट सर्कुलेशन में रहे. अगर संख्या के आधार पर देखें, तो बीते साल जहां 5,163.3 करोड़ नोट सर्कुलेशन में थे. इसमें 85,432 लाख नोट का इजाफा हुआ.
500 रुपये के नोटों के सर्कुलेशन के साथ इनकी वैल्यू भी सबसे ज्यादा रही. RBI के मुताबिक, देश में सर्कुलेट हो रहे 500 रुपये के नोटों की कुल वैल्यू 86.5% है.
इस वैल्यू की एक बड़ी वजह 2,000 के नोटों का सर्कुलेशन बंद हो जाना है. संख्या के आधार पर, ये 0.2% घटकर 8,202 करोड़ रुपये रहा.
मई 2023 में, RBI ने नोटों का सर्कुलेशन बंद करने का ऐलान किया था. उस समय बाजार में, 3.56 लाख करोड़ रुपये के 2,000 रुपये के नोट सर्कुलेशन में थे. मार्च 2024 तक 97.7% नोट रिजर्व बैंक के पास वापस आ गए थे.
अप्रैल 2022 से मार्च 2024 तक 100 रुपये, 200 रुपये और 500 रुपये के नोटों के सर्कुलेशन में तेजी आई. FY23 में जहां 100 रुपये के 1,805.84 करोड़ नोट सर्कुलेशन में थे, वो FY24 में बढ़कर 2,056.5 करोड़ हो गए.
वहीं, 200 रुपये के नोट 23.1% YoY बढ़कर 771.08 करोड़ हो गए.