Budget 2024: बजट से इन शेयरों में तेजी आने की उम्मीद, सरकार के ऐलानों से हो सकता है फायदा

Budget 2024 Impact: मोदी ने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को अपनी आर्थिक नीति का एक अहम हिस्सा बनाया है. इससे भारत की अर्थव्यवस्था किसी दूसरी बड़ी इकोनॉमी के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ी है.

Source: Envato

सड़क, पोर्ट और एयरपोर्ट बनाने वाली कंपनियों पर बजट (Budget 2024) से पहले व्यापारियों की नजर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की सरकार आम चुनाव से पहले अपना आखिरी बजट पेश करेगी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को बजट भाषण के बाद ग्रामीण खर्च और सरकारी कंपनियों से जुड़े शेयर (Shares in Focus) फोकस में रहेंगे. सरकार का फोकस ग्रामीण भारत में डिमांड बढ़ाना है.

मोदी ने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को अपनी आर्थिक नीति का एक अहम हिस्सा बनाया है. इससे भारत की अर्थव्यवस्था किसी दूसरी बड़ी इकोनॉमी के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ी है. इसे देखते हुए शेयर बाजार में भी तेजी देखने को मिली. आइए उन शेयरों को जान लेते हैं जिन पर बजट में व्यापारियों की नजर रहेगी.

इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च

हाईवे, टनल और पावर प्लांट का निर्माण सरकार के लिए मुख्य फोकस है. इससे इंडस्ट्रीयल और कैपिटल गुड्स कंपनियों के शेयरों को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है. इंजीनियरिंग की दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टर्बो और अदाणी ग्रुप की कंपनी को इससे सबसे ज्यादा फायदा हुआ. DSP म्यूचुअल फंड में हेड ऑफ इक्विटीज विनीत सांबरे ने कहा कि बाजार का ज्यादातर प्रदर्शन कैपेक्स साइकिल की वजह से है. इक्विटी निवेशक चाहते हैं कि मोमेंटम जारी रहे.

इन शेयरों पर नजर: लार्सन एंड टूब्रो, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, गुजरात पिपावाव पोर्ट, IRB इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स, PNC इंफ्राटेक, KNR कंस्ट्रक्शंस.

ग्रामीण योजनाओं पर खर्च

बजट में ग्रामीण खपत को बढ़ाने का प्रस्ताव किए जाने की भी उम्मीद है. इसके अलावा किसानों, महिलाओं और गरीबों से जुड़ी कल्याणकारी योजनाओं पर खर्च को भी बढ़ाया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्रों में खपत धीमी पड़ी है. इसे देखते हुए अंतरिम बजट में ग्रामीण खपत को बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं.

आय बढ़ाने के कदमों के अलावा अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि बजट में LPG पर ज्यादा सब्सिडी और अफॉर्डेबल हाउसिंग के लिए ज्यादा फंड दिए जाने की उम्मीद है.

इन शेयरों पर नजर: हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, TVS मोटर, महिंद्रा एंड महिंद्रा.

एसेट सेल मैनेजमेंट

सरकार लगातार पांचवे साल अपना विनिवेश के लक्ष्य से चूकने वाली है. ऐसे में वो एक नई निजीकरण नीति का ऐलान कर सकती है. सरकारी कंपनियों के शेयर में चुनावों के बाद एसेट बिक्री की उम्मीद को लेकर तेजी देखी जा रही है.

इन शेयरों पर नजर: कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, BEML, IDBI बैंक, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, RITES, इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्प, IRCON इंटरनेशनल.

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