इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) के शेयरों में शुक्रवार को गिरावट दिख रही है, इंट्राडे में ये 3% से ज्यादा टूटकर 750 रुपये तक चला गया. दरअसल, इंडसइंड बैंक ने अपनी इंटरनल ऑडिट रिपोर्ट में दो और अकाउंटिंग की गड़बड़ियों को उजागर किया है.
ऑडिट में क्या गड़बड़ियां मिलीं
इंटरनल ऑडिट डिपार्टमेंट की जांच में पता चला कि वित्त वर्ष 2025 की तीन तिमाहियों में 674 करोड़ रुपये की रकम को 'ब्याज' के रूप में गलत तरीके से दर्ज किया गया था. बैंक ने गुरुवार को स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया कि इस रकम को 10 जनवरी 2025 तक पूरी तरह से रिवर्स कर दिया गया है. बैंक ने पिछले महीने पहली बार ये खुलासा किया था कि माइक्रोफाइनेंस बिजनेस में अनियमितताओं की जांच के लिए इंटरनल ऑडिट चल रहा है. बैंक ने बताया कि इसकी एक रिपोर्ट 8 मई को जमा की गई थी.
इसके अलावा, एक व्हिसलब्लोअर की शिकायत के बाद इंटरनल ऑडिट टीम ने एक अलग जांच शुरू की, जिसमें 'Other Assets' और 'Other liabilities' अकाउंट्स के लेकर चिंताएं जाहिर की गईं थीं. इस जांच में भी बैंक के 'Other Assets' अकाउंट्स में 595 करोड़ रुपये की ऐसी रकम मिली, जिसका कोई ठोस आधार नहीं है. इन राशियों को जनवरी में 'Other liabilities' अकाउंट्स में मौजूद समान राशियों के साथ एडजस्ट कर दिया गया.
क्या असर होगा?
रिसर्च फर्म मॉर्गन स्टेनली के अनुमान के मुताबिक, इन गड़बड़ियों का पूरे साल का प्रभाव टैक्स-पूर्व आधार पर 900 करोड़ रुपये होगा. इसे चौथी तिमाही की आय में शामिल किया जाएगा. डेरिवेटिव पोर्टफोलियो की गड़बड़ियों को ध्यान में रखने के बाद, कुल प्रभाव प्री-टैक्स आधार पर 3,000 करोड़ रुपये और टैक्स के बाद 2,300 करोड़ रुपये होगा.
शुक्रवार को इंडसइंड बैंक का शेयर 3% से ज्यादा टूटकर 750 रुपये प्रति शेयर तक आ गया, जो 16 अप्रैल 2025 के बाद का सबसे निचला स्तर है. इस साल अब तक इंडसइंड बैंक का शेयर 19.60% गिर चुका है, और पिछले 12 महीनों में ये 45.18% तक टूट चुका है.
कंपनी को ट्रैक करने वाले 44 एनालिस्ट्स में से, 17 ने 'BUY' रेटिंग दी है, 18 ने 'HOLD' की सिफारिश की है, और नौ ने 'SELL' का सुझाव दिया है.