जांच के घेरे में Byju's, कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय कर सकता है पड़ताल

अप्रैल में, ED ने कंपनी के फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर रवींद्रन बायजू और उनकी कंपनी के बेंगलुरू स्थित ठिकानों पर जांच-पड़ताल की थी.

Byju's की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न पर गिर सकती है सरकारी जांच की गाज. कंपनी को कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) से जांच का सामना करना पड़ सकता है. BQ Prime को अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, अनलिस्टेड कंपनियों का रेगुलेटर होने के नाते, MCA ऐसी कंपनियों के खिलाफ नियमित तौर पर कार्रवाई करता है, जो ऑडिटेड फाइनेंशियल रिजल्ट फाइल करने और अगले वित्त वर्ष की 30 सितंबर तक सालाना जनरल मीटिंग करने जैसे नियमों का पालन करने में असफल रहती हैं.

इससे पहले अप्रैल में प्रवर्तन निदेशालय ने भी कंपनी के दफ्तर में तलाशी अभियान चलाया था.

क्या है Byju's पर आरोप?

रेगुलेटरी जरूरतों को पूरा नहीं करने से कंपनियों पर कंपाउंडिग के तौर पर जुर्माना लग सकता है. Byju's ने 2021 और 2022 के लिए ऑडिटेड अर्निंग फाइल नहीं की हैं. CNBC-TV18 की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कंपनी में कॉरपोरेट गवर्नेंस से जुड़ी गड़बड़ियों के चलते एक पड़ताल शुरू की गई है. कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने BQ Prime के सवालों का जवाब नहीं दिया.

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कंपनी के लिए लगातार मुश्किलें

कंपनी के ऑडिटर Deloitte Haskins & Sell ने तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है. कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की रिपोर्ट से एक दिन पहले Byju'sके ऑडिटर Deloitte Haskins & Sell ने कंपनी की फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स नहीं मिलने के बाद तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे दिया था.

अप्रैल में, ED ने कंपनी के फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर रवींद्रन बायजू और उनकी कंपनी के बेंगलुरू स्थित ठिकानों पर जांच-पड़ताल की थी. एजेंसी ने अप्रैल में एक बयान में कहा था कि कंपनी ने FY2020-21 से फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स को तैयार नहीं किया है और अकाउंट्स को ऑडिट नहीं कराया है, जो अनिवार्य है.

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