फॉक्सकॉन ने वेदांता का साथ छोड़ा, सेमीकंडक्टर पर बड़ी डील खत्म

फॉक्सकॉन (Foxconn) ने सोमवार को कहा है कि सेमीकंडक्टर स्थापित करने के लिए वो वेदांता के साथ ज्वाइंट वेंचर से खुद को अलग कर रही है.

Foxconn/website

भारत में सेमीकंडक्टर (Semiconductor) प्लांट लगाने के लिए ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) और भारत की वेदांता के बीच हुई डील अब खत्म होने को है. फॉक्सकॉन (Foxconn) ने सोमवार को कहा है कि सेमीकंडक्टर स्थापित करने के लिए वो वेदांता के साथ ज्वाइंट वेंचर से खुद को अलग कर रही है.

फॉक्सकॉन ने अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता के साथ पिछले साल 19.5 बिलियन डॉलर का करार किया था. इस करार के तहत दोनों कंपनियों को मिलकर गुजरात में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले प्रोडक्शन प्लांट लगाना था.

फॉक्सकॉन ने कहा कि ज्वाइंट वेंचर से निकलने का फैसला आपसी सहमति से किया गया है. कंपनी और अधिक डायवर्स डेवलपमेंट के मौकों को खोजना चाहती है. बयान में कहा गया है कि कंपनी फॉक्सकॉन का नाम वेदांता की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई से हटाने के लिए काम कर रही है.

वेदांता ने क्या कहा?

वेदांता (Vedanta) ने कहा है कि कंपनी सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. कंपनी ने फाउंड्री के सेटअप के लिए अन्य पार्टनर्स को लाइन अप किया है. कंपनी के पास इंटीग्रेटेड डिवाइस मैन्युफैक्चरर से 40 nm की प्रोडक्शन-ग्रेड टेक्नोलॉजी का लाइसेंस भी है. इसके साथ ही 28 nm प्रोडक्शन-ग्रेड के लाइसेंस लेने का भी प्लान भी कर रही है.

भारत के लक्ष्यों पर असर नहीं: राजीव चंद्रशेखर

केंद्रीय IT राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट कर कहा है कि फॉक्सकॉन के इस फैसले का असर भारत के सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन से जुड़े लक्ष्यों पर बिल्कुल नहीं पड़ेगा.

IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने NDTV से कहा कि फॉक्सकॉन और वेदांता दोनों PM मोदी के मेक इन इंडिया और भारत के सेमीकंडक्टर कार्यक्रम के लिए प्रतिबद्ध हैं. फॉक्सकॉन के वेदांता के साथ ज्वाइंट वेंचर से हटने से भारत के सेमीकंडक्टर कार्यक्रम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.