दो महीने बाद नवंबर में FPIs ने खरीदे 9,001 करोड़ रुपये के शेयर

NSDL डेटा के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने इस साल अब तक 1,14,716 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की.

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लगातार दो महीने बिकवाली करने के बाद, फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) ने नवंबर में खरीदारी की है. FPIs ने नवंबर में भारतीय इक्विटी (Indian Equities) में 9,001 करोड़ रुपये का निवेश किया. इसके पीछे वजह U.S. ट्रेजरी यील्ड्स में गिरावट और भारतीय शेयर बाजार की मजबूती है.

नवंबर के पहले दो हफ्तों में बिकवाली हुई. लगातार दस हफ्ते तक FPI ने बिकवाली की थी. लेकिन नवंबर के तीसरे हफ्ते से FPI ने खरीदारी शुरू कर दी. NSDL डेटा के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने इस साल जनवरी से अब तक 1,14,716 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की.

U.S. ट्रेजरी यील्ड्स में गिरावट

U.S. ट्रेजरी यील्ड्स अक्टूबर में 5% की ऊंचाई पर पहुंच गई थी. इस ऊंचाई पर पहुंचने के बाद इसमें गिरावट का ट्रेंड देखने को मिला है. अब अनुमान है कि U.S. फेडरल रिजर्व अगले साल ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. इसकी वजह से U.S. ट्रेजरी यील्ड्स में गिरावट बढ़ी है.

FOMC के मिनट्स के मुताबिक बाजार के निवेशकों को उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में डिसइन्फलेशन पर स्थिति साफ हो जाएगी, यानी ये स्थिति कब तक बनी रहेगी. सख्त फाइनेंशियल और क्रेडिट के हालात के बीच डिमांड कम हुई है. अब डिमांड और सप्लाई के बीच संतुलन बेहतर हुआ है. उम्मीद है कि इससे आने वाले दिनों में महंगाई कम होगी.

यस सिक्योरिटीज ने 24 नवंबर को एक नोट में कहा था कि भारतीय बाजार में मजबूती बनी हुई है. निफ्टी 50 के लिए 2023 में नवंबर सबसे अच्छा महीना रहा. फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स का साफ झुकाव बड़े सेक्टर्स जैसे फाइनेंशियल, FMCG, तेल और गैस की तरफ बना हुआ है.

भारतीय शेयर बाजार की मजबूती भी वजह

उभरते हुए मार्केट्स में भारत में FPIs ने सबसे ज्यादा निवेश किया है. ब्लूमबर्ग डेटा के मुताबिक FPIs ने थाइलैंड, फिलिपींस, इंडोनेशिया, मलेशिया और वियतनाम में बिकवाली की है.

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज में चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा कि FPIs ने भारत में अपनी बिकवाली को रोका है. U.S. बॉन्ड यील्ड्स में गिरावट और भारतीय बाजार की मजबूती की वजह से FPIs ने बिकवाली रोककर खरीदारी का रुख किया.

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