IT हार्डवेयर की PLI स्कीम में 32 कंपनियों ने किया अप्लाई, एप्पल ने बनाई दूरी

IT हार्डवेयर के लिए PLI स्कीम को इस साल मई में 17,000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ नोटिफाई किया गया था.

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सरकार की IT हार्डवेयर से जुड़ी प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (PLI Scheme) में 32 कंपनियों ने अप्लाई किया है. हालांकि, ध्यान देने वाली बात ये है कि इसमें दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी एप्पल (Apple) शामिल नहीं है. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जिन कंपनियों ने आवेदन किया है, उनमें डेल टेक्नोलॉजीज, HP, लेनोवो ग्रुप और एप्पल की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन शामिल हैं.

आज आवेदन की आखिरी तारीख

आवेदन जमा कराने की अवधि आज खत्म हो रही है. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये सभी कंपनियां भारत में प्रोडक्शन और सप्लाई चेन को स्थानीय तौर पर डेवलप करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

उन्होंने आगे कहा कि हम PLI स्कीम की अवधि के दौरान 3,35,000 करोड़ रुपये के उत्पादन की उम्मीद करते हैं. PLI साइकिल के पहले एक से डेढ़ साल में निवेश 2,430 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है. वहीं, इससे सीधे तौर पर 75,000 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है.

IT हार्डवेयर के लिए PLI स्कीम को इस साल मई में 17,000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ नोटिफाई किया गया था. इसका मकसद लैपटॉप, सर्वर की स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना है. खास फोकस, स्थानीय तौर पर लैपटॉप और टैबलेट बनाने पर है.

1 अगस्त को लगा था लैपटॉप इंपोर्ट पर बैन

1 अगस्त को सरकार ने लैपटॉप, टैबलेट और समान डिवाइसेस के आयात पर तुरंत प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन, इसे तीन महीने के लिए यानी 31 अक्टूबर तक लागू करना टाल दिया था.

वैष्णव ने बुधवार को एक ब्रीफिंग में कहा था कि भारत एक विश्वसनीय सप्लाई चेन और वैल्यू एडेड पार्टनर के तौर पर उभर रहा है. कंपनियां भारत में मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइन के लिए आने को लेकर खुश हैं.

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