व्हाइट हाउस ने संकेत दिया है कि भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंध बने रहेंगे. संबंधों में मजबूती, अदाणी ग्रुप की कंपनी और बोर्ड डायरेक्टर्स के खिलाफ लगाए गए आरोपों (जिन्हें ग्रुप ने निराधार बताया है) से पैदा हुई स्थितियों से निपटने में मदद करेगी.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने कहा है कि जो बाइडेन प्रशासन अदाणी ग्रुप के खिलाफ लगाए गए इन आरोपों से अवगत है और इस मामले को सुलझा लेने के प्रति आश्ववस्त है.
बता दें कि पिछले दिनों अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को बधाई दी थी और अमेरिका में अपने क्लीन एनर्जी बिजनेस के विस्तार की घोषणा की थी, जिससे वहां रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. उन्होंने अमेरिका में 10 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की थी.
'भारत-अमेरिका संबंध की नींव मजबूत'
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा, 'जाहिर है कि हम इन आरोपों से अवगत हैं और मुझे आपको अदाणी ग्रुप के खिलाफ लगे आरोपों की बारीकियों के बारे में जानने के लिए SEC यानी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन और DoJ (न्याय विभाग) के पास भेजना होगा.'
जीन-पियरे ने कहा, 'मैं अमेरिका और भारत के संबंधों के बारे में यही कहना चाहूंगी कि ये हमारे लोगों के बीच संबंधों और वैश्विक मुद्दों की पूरी श्रृंखला में सहयोग पर आधारित एक बेहद मजबूत नींव पर टिका हुआ है.'
'हम इस मुद्दे को भी सुलझा लेंगे'
प्रेस सचिव जीन पियरे ने मीडिया को संबोधित करते हुए आगे कहा, 'हमारा मानना है और हमें पूरा भरोसा है कि हम इस मुद्दे को उसी तरह से सुलझाना जारी रखेंगे, जैसा कि हमने अन्य मुद्दों के साथ किया है. और इसलिए इसकी बारीकियों के बारे में SEC और DOJ सीधे बात कर सकते हैं, लेकिन फिर भी, हमारा मानना है कि...भारत और अमेरिका के बीच ये रिश्ता एक मजबूत नींव पर बना हुआ है.'
भारत के साथ अमेरिका के संबंध बेहतर रहे हैं. डॉनल्ड ट्रंंप के पिछले राष्ट्रपति-कार्यकाल में भी PM नरेंद्र मोदी के साथ उनकी दोस्ती दुनियाभर में चर्चित रही.
बता दें कि अदाणी ग्रुप ने अमेरिका में लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है और इस मामले में सभी जरूरी कानूनी कदम उठाने की बात कही है.