बाजार में IPOs की लाइन लगी है, आज से प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज (Protean eGov Technologies Ltd.) का IPO आज से खुल गया है. क्या करती है कंपनी और क्या आपको इसमें पैसा लगाना चाहिए, ये फैसला करने से पहले आपको कंपनी और इस इश्यू के बारे में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए.
IPO के बारे में जानिए
ये IPO आज से खुला और 8 नवंबर को बंद होगा, इस IPO का प्राइस बैंड 752-792 प्रति शेयर तय किया गया है. IT-सॉल्यूशंस देने वाली कंपनी IPO में OFS के जरिए 61.9 लाख शेयरों को बिक्री के लिए रखेगी, जिसकी वैल्यू कुल मिलाकर 490 करोड़ रुपये तक है. चूंकि प्रोटीन पूरी तरह से OFS है, इसलिए इश्यू से जो भी पैसा मिलेगा वो कंपनी को नहीं जाएगा, ये सारा कंपनी के शेयरहोल्डर्स को जाएगा, जिन्होंने अपने शेयर बिक्री के लिए रखे हैं.
प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज को पहले NSDL ई-गवर्नेंस इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम से जाना जाता था. IPO से पहले कंपनी ने एंकर इन्वेस्टर्स के जरिए 143 करोड़ रुपये जुटाए हैं. कंपनी ने 18 फंड्स को 792 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 18.12 लाख इक्विटी शेयर अलॉट किए हैं. इस भाव पर कंपनी को एंकर इन्वेस्टर्स से 143.53 करोड़ रुपये मिले हैं.
प्रमुख निवेशकों में SBI लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, आदित्य बिड़ला सन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, बड़ौदा BNP पारिबा फंड, यूनिफी कैपिटल समर्थित BCAD फंड और ACM ग्लोबल फंड शामिल हैं, जिनमें से हर एक ने 14.43% सब्सक्राइब किया है.
निवेश करें या नहीं: वैल्यूएशन क्या कहता है
हायर प्राइस बैंड पर प्रोटीन ईगॉव का 3,203 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ प्राइस-टू-इक्विटी रेश्यो 29.9 गुना बैठता है. भारत में ऐसी कोई भी लिस्टेड कंपनी नहीं है, जिसकी तुलना इसके बिजनेस के सभी पहलुओं जो सेवाएं ये देती है, उससे की जा सके.
आनंद राठी ने एक नोट में इस IPO को लेकर कहा है 'कंपनी यूनिवर्सल, सिटिजन सेंट्रिक और जनसंख्या-स्तरीय ई-गवर्नेंस सॉल्यूशंस में सबसे आगे है. कंपनी का वैल्यूएशन उसकी वित्त वर्ष 2023 की कमाई के 29.9 के P/E रेश्यो पर किया गया है. हमारा मानना है कि इश्यू प्राइस बिल्कुल ठीक है और हम IPO को "सब्सक्राइब - लॉन्ग टर्म" रेटिंग देने की सलाह देते हैं.'
प्रोटीन पब्लिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाने और टैक्स इंफॉर्मेशन नेटवर्क तैयार करने, पैन कार्ड जारी करने, सेंट्रल पेंशन सिस्टम के रिकॉर्ड्स को रखने, आधार ऑथेंटिकेशन और e-KYC जैसी ई-गवर्नेंस सेवाओं को देने में एक बड़ा प्लेयर है.
रिलायंस सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स का कहना है कि 'स्थिर ग्रोथ की काफी संभावनाएं हैं. वित्त वर्ष 27 तक सालाना 50-60 मिलियन पैन कार्ड आवंटित किए जाने का अनुमान है, कुछ वर्षों में NPS-APY ग्राहकों को आने वाली ग्रोथ स्ट्रैटिजी के रूप में 16-17% (FY22-FY27P) की CAGR से बढ़ने की उम्मीद है.'
एक अन्य ब्रोकरेज चॉइस ब्रोकिंग ने भी इसको सब्सक्राइब की रेटिंग दी है. ब्रोकरेज ने घरेलू ई-गवर्नेंस बाजार में इसकी मजबूत स्थिति, राष्ट्रीय स्तर पर जनसंख्या-स्तरीय ग्रीनफील्ड टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन पेश करने की इसकी क्षमताओं और इसके आकर्षक मूल्यांकन को देखते हुए ये रेटिंग दी है.